शीघ्र राहत नहीं दिए जाने पर तीव्र आंदोलन की चेतावनी भी दी
मूल (चंद्रपुर)। इस वर्ष अपर्याप्त वर्षा से मूल तालुका में धान की फसल केवल 40 प्रतिशत व सोयाबीन की फसल चौपट हो गई, वहीं कपास का उत्पादन भी बहुत ही कम हुआ. इससे किसान चौतरफा संकट में घिर गए हैं. दूसरी ओर जिन्हें धान की फसल की अपेक्षा थी, केवल एक बारिश ने धान की फसल डूबो गयी. इसलिए पीडि़त किसानों को तत्काल 25 हजार का नुकसान भरपाई दी जाए. साथ ही धान को 3000 हजार व कपास को 6000 रुपये, फलबाग वाले किसानों को 50 हजार रुपये की तत्काल मदद देते हुए किसानों के कर्ज को भी माफ की जाए. इसी समस्या को लेकर मूल तालुका काँग्रेस कमेटी की ओर से तहसीलदार को चंद्रपुर जि.प. के पूर्व अध्यक्ष संतोष रावत के नेतृत्व में निवेदन सौंपा गया. साथ ही चेतावनी दी गई कि यदि शीघ्र राहत नहीं मिली तो तीव्र आंदोलन की राह अख्तियार करने को बाध्य होना पड़ेगा.
तहसीलदार को निवेदन सौंपते वक्त संतोष रावत, घनश्याम येनुरकर, राकेश रत्नावार, संजय मारकवार, विजय चिमड्यालवार, प्रशांत बांबोले, विजय जाधव, रशीद शेख, नगरसेवक महेश हरडे, बाजार समिति संचालक संदीप कारमवार, अनिल निकेसर, अजय पडोले, राजेश चिलके, विनोद कामडी, प्रकाश पा. गांगरेड्डीवार, भाऊरावत कलसार, रूमदेव गोहणे, सचिन बुरांडे, विशाल कत्रोजवार, जनार्धन भुरसे, नंदू कागदेलवार, राजेश ठाकरे, संजय खानोरकर, गजानन चंदावार, राजू कामडे, पुरुषोत्तम भुरसे, संजय गेडाम, रमेश वाढई, विनायक झरकर, मंदा सोनुलवार, विमलताई धारणे, प्रशांत देशकर, धनंजय चिंतावार, चितरंजन वाढई, रामदास चिचघरे, विवेक मांदाडे, सूर्यकांत सहारे के साथ सैकड़ों किसान मौजूद थे.