नागपुर – यू तो सरकारी दफ्तरों में लेन देन की बात कोई नयी बात नही पर कुछ कर्मचारी व अधिकारी ऐसे भी होते हैं जो इन सब से दूर रहते हैं। ऐसे ही एक अधिकारी श्री रविंद्र जसवंत भारती मनपा के निगम लेखा परीक्षक (Municipal Auditor) पद से सेवानिवृत्त हुए।
मनपा में भी कई ऐसे कर्मचारी हैं और थे जो लेन देन से परहेज करते रहे। श्री भारती मनपा में सन 1985 फ़ेबुरारी से जुड़े थे। उन्होंने अपनी सेवा के अंत के दो वर्ष से भी ज्यादा का कार्यकाल लेखा व वित्त विभाग में गुजारा जहाँ अन्य कार्य के अलावा ठेकेदारों के बिल भी पास करने होते हैं, पर दो साल से ज्यादा के कार्यकाल में भी कभी उनका मन नहीं डोला, किसी ने खुशी से जबरन भी देने की कोशिश की तो उन्होंने तौबा कर ली।
मनपा कॉन्ट्रैक्टर्स वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष सी विजय नायडू ने ये बात महापौर दयाशंकर तिवारी के समक्ष रखी तो महापौर ने उनका सत्कार करने का मानस बनाया और शॉल श्रीफ़ल व पुष्पगुच्छ से सत्कार किया व उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी। योग की बात ये हैं कि रविन्द्र भारती को इस पद पर लाने में दयाशंकर तिवारी का ही हाथ था और उन्हीं के हाथों से मनपा से बिदाई लेकर जाने में वे बहुत खुश थे।
इस अवसर पर उनकी पत्नी,बेटा, कॉन्ट्रैक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष विजय नायडू, उपाध्यक्ष प्रकाश पोटपोसे, अफ्ताब शेख, कमलेश चाहहांदे, प्रदीप वाघमारे, महादेव सोमकुंवर आदि उपस्थित थे।