18 लाख डकैती का मामला
अकोला। शहर के प्रतिष्ठित बिल्डर दीपक चौधरी की महिला लेखापाल पर कुछ आरोपियों ने हमला कर घायल कर दिया था. इस महिला कर्मचारी के पास रखे 18 लाख रूपए लूट लिए गए थे. इस घटना में शामिल अन्य आरोपिंयो को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था जब कि इस घटना का मास्टरमार्इंट विगत दो वर्षो से फरार था. इसी बीच दुर्गा चौक से एलसीबी के दो कर्मचारियों ने आरोपी को गिरफ्तार कर रामदास पेठ पुलिस के हवाले कर दिया. पुलिस ने आरोपी को न्यायालय के समक्ष पेश करेन पर उसे 16 अप्रैल तक पुलिस हिरासत में रखने के आदेश दिए.
न्यायालयीन सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 12 अप्रैल 2013 को भवन निर्माता दीपक चौधरी की लेखापाल कल्पना राठी 18 लाख रूपए अपनी दुपहिया वाहन क्रमांक एम.एच. 30 एसपी 8832 से तापडिया नगर से गुजर रही थी. इसी बीच एसबीआई की शाखा के सामने तीन लुटेरों ने उस पर राड से हमला कर गंभीर रूप से घायल कर उनके पास रखी 18 लाख रूपए बैग लेकर फरार हो गए थे. पुलिस को उक्त घटना की जानकारी मिलते ही उन्होंने मामले की जांच को गति देते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था. जांच के दौरान पुलिस को ज्ञात हुआ कि इस घटना का मास्टर मार्इंड शिव प्रभाकर भगत है. लेकिन वह घटना के बाद से ही फरार हो गया था. इसी बीच स्थाअशा के पुलिस निरीक्षक प्रमोद काले को गुप्त जानकारी प्राप्त हुई की घटना का मुख्य आरोपी शिव भगत दुर्गा चौक पर खडा है. जिससे पुलिस निरीक्षक के मार्गदर्शन में एपीआय घोडगे, पुलिस कर्मी शेख हसन, संदीप तावडे ने उसे गिरफ्तार कर रामदास पेठ पुलिस थाने के हवाले कर दिया. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष पेश किया. दोनों पक्षों की दलीलों को सुनने के पश्चात न्यायाधीश ने आरोपी को 16 अप्रैल तक पुलिस हिरासत में रखने के निर्देश दिए है.