महा विकास आघाडी का ये पहला बजट जिसमे विदर्भ के लिए कुछ भी विशेष घोषणा नही है.सिर्फ नागपुर जोन में मुद्रांक शुल्क मे 1% की कटौती से रियल एस्टेट सेक्टर को मंदी से उभारने की कोशिश की गई है और प्रॉपर्टी खरीददार को भी थोड़ी राहत देने की संभावना हैं.
राज्य में पेट्रोल एवं डीजल पर मूल्य वर्दित कर बढ़ाने की घोषणा से महंगाई बढ़ेगी.प्रोफेशनल टैक्स के लंबित मामलों को निपटारा करने के लिए कुछ विशेष स्कीम की उम्मीद थी पर बजट में नदारद दिखाई दी.
उद्योगों के लिए प्रोत्साहन योजना में कोई भी प्रकार की घोषणा दिखाई नही दी.विद्युत डयूटी में हल्की कटौती करने से कुछ विशेष फायदा उद्योगों को नही मिलेगा.बजट का मुख्य फ़ोकस किसान,कामगार,रोजगार,पर्यटन एवं इंफ्रास्ट्रक्चर पर नज़र आया.