मुंबई : मराठा आंदोलन के दो साल 9 अगस्त को पूरे हो रहे हैं। इस मौके पर मराठा संगठनों ने 9 अगस्त को महाराष्ट्र बंद का ऐलान किया है। सकल मराठा लोगों ने लोगों से गुजारिश की है कि जनउपयोगी वस्तुएं लोग 8 अगस्त को ही खरीद लें। आंदोलन में आम आदमी से मदद की अपील है।
मराठा आंदोलन से जुड़े संगठनों के पदाधिकारी व समन्वयकों की बैठक आज बुधवार को औरंगाबाद में बुलाई गई हैं। परली और नवी मुंबई को बंद से दूर रखा गया है। इसके पीछे कारण पिछले दिनों हुए हिंसा को बताया जा रहा है। राज्य में सरकारी कर्मचारियों ने तीन दिन के हड़ताल की घोषणा कर रखा है। गुरुवार 9 अगस्त को इनके आंदोलन का अंतिम दिन है और उसी मराठा आंदोलनकारियों ने महाराष्ट्र बंद का ऐलान किया है। राज्य में पिछले 21 दिनों से हिंसात्मक आंदोलन जारी है।
संभाजी ब्रिगेड के प्रवीण गायकवाड ने कहा, ‘गुरुवार 9 अगस्त को हमने शांति पूर्वक बंद की अपील की है। आंदोलन के लिए हम लोग सरकार से असहयोग आंदोलन करेंगे। आंदोलन में किसी तरह की हिंसा नहीं होगी। हमारे समाज के अब तक 18 लोगों ने आत्महत्या की है।’
अदालत ने मराठों से कहा, ‘हिंसात्समक आंदोलन से बचें’
मुंबई उच्च न्यायालय ने मराठा समुदाय से अपील की है कि वह सरकारी नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण की मांग को लेकर हिंसा का सहारा लेने या आत्महत्या करने से बचे। न्यायमूर्ति रंजीत मोरे और न्यायमूर्ति अनुजा प्रभुदेसाई की पीठ ने कहा कि समुदाय को इस बात को अवश्य याद रखना चाहिए कि उच्च न्यायालय ने हालात का संज्ञान लिया है।
अदालत ने महाराष्ट्र राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग को भी निर्देश दिया कि वह समुदाय की सामाजिक-आर्थिक स्थिति से संबंधित आंकड़ों के मिलान, उनके विश्लेषण और राज्य सरकार को अपनी सिफारिशें सौंपने का काम यथाशीघ्र पूरा करे।
मुंबई में ‘जेल भरो’
‘मोदी सरकार भारत छोड़ो’ का नारा लेकर भारतीय ट्रेड यूनियन केंद्र (सीटू) ने मजदूर-किसानों और खेत मजदूरों के साथ मिलकर भारत के विभिन्न हिस्सों 9 अगस्त को जेल भरो आंदोलन का आयोजन किया है। संस्था अध्यक्ष अशोक बनर्जी के मुताबिक मुंबई में इस आंदोलन की शुरुआत शाम 5 बजे चर्चगेट रेलवे स्टेशन से होगी। यहां हुतात्मा चौक पर मार्च निकालकर प्रदर्शनकारी गिरफ्तारी देंगे।