Published On : Tue, May 7th, 2019

महामेट्रो के ठेकेदार ने तोड़ा 11 केवी जयदुर्गा फ़ीडर – 8 हज़ार से अधिक उपभोक्ता घंटों अंधेरे में

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नागपुर: कल, दोपहर 12 बजे, महामेट्रो के एक ठेकेदार द्वारा इस्तेमाल की जा रही एक जेसीबी ने 11केवी जयदुर्गा फ़ीडर को उखाड डाला जिससे हज़ारों उपभोक्ता घंटों तक परेशान होते रहे। ज्ञात हुआ है कि लगभग 8 हज़ार से अधिक उपभोक्ताओं को एक घंटे से अधिक समय के लिए बगैर बिजली के रहना पड़ा वहीं दूसरी ओर एसएनडीएल के इंजीनियर इस कवायद में लगे रहे कि किस प्रकार इतना अधिक लोड किसी अन्य फ़ीडर पर डायवर्ट किया जा सके। वितरण फ़्रेंचाईज़ी द्वारा प्रेषित जानकारी के अनुसार राजेश बावनगडे (मो नं. 86249 77714) नामक महामेट्रो के एक ठेकेदार द्वारा मनीष नगर में (रिलायंस फ्रेश के पास) जेसीबी द्वारा खुदाई का काम किया जा रहा था। इस दौरान जेसीबी ऑपरेटर ने लापरवाही से खुदाई के दौरान एक महत्वपूर्ण भूमिगत वाहिनी (11 केवी जयदुर्गा फ़ीडर) को उखाड़ दिया। सबस्टेशन पर फ़ीडर ट्रिप होने का पता चलते ही टीम तुरंत पैट्रोलिंग पर निकली। इस दौरान किसी ने फोन कर एसएनडीएल को इस क्षति की जानकारी दी तथा शीघ्र ही टीमस्पॉट पर पहुँची और जयदुर्गा फ़ीडर को पहुँची क्षति की पुष्टि की। मौजूद महामेट्रो कर्मचारियों से बात करने पर पता चला कि पूर्व की भांति इस बार भी किसी अनुमति अथवा ज्ञापन के बगैर ही यह खुदाई कार्य किया जा रहा था। ज़ोरदार धमाका होने के कारण वहाँ खुदाई कार्य तो रोक दिया गया था, पर नुकसान हो चुका था। ज्ञात हुआ कि मनीष नगर, पेंथन सोसायटी, रिलायंस फ़्रेश, प्रभु नगर, लुम्बिनी नगर, जयदुर्गा सोसायटी 3, जयदुर्गा सोसायटी 6, कृषि नगर सोसायटी, मानिक पार्क, जयहिंद सोसायटी, पंचतंत्र सोसायटी, संताजी सोसायटी में रहने वाले लगभग 8 हज़ार उपभोक्ताओं की बिजली आपूर्ति इस कारण खंडीत हो गई थी।

जल्द-से-जल्द बिजली आपूर्ति सुचारु करने के उद्देश्य से स्पॉट पर पहुँची टीम ने एसएनडीएल क्विक-रिस्पांस-टीम (QRT) को मदद हेतु बुलाया। QRT जल्द ही स्पॉट पर पहुँची और लगभग 45 मिनट की मशक्कत के बाद संपूर्ण एरिया को बैकफ़ीड कर लिया। काफ़ी देर तक टालमटोल करने के बाद शाम को लगभग 4 बजे जाकर महामेट्रो ठेकेदार ने क्षतिग्रस्त केबल की रि-जॉइंटिंग की कार्रवाई शुरु की जो कि देर रात तक ही पूर्ववत हो पाएगी। इस दौरान उपरोक्त पूरा क्षेत्र वेंटीलेटर पर ही रहेगा। यह आवश्यक है कि यह फ़ीडर जल्द ही पूर्ववत कर दिया जाए, क्योंकि देर शाम के बाद (रहवासी क्षेत्र होने के कारण) इस क्षेत्र में विद्युत दबाव बढ़ जाता है। इससे जिस फ़ीडर से इसे बैकफ़ीड किया गया है उसपर लोड बढ़कर उसके भी ब्रेकडाउन में जाने का खतरा बढ़ जाता है।

ज्ञात हो कि जब इतने सघन क्षेत्र की भूमिगत वाहिनी को किसी भी प्रकार की क्षति पहुँचती है, तो ऐसे में किसी भी अन्य विद्युत वाहिनी से विद्युत आपूर्ति बैकफ़ीड करना अत्यंत कठिन प्रक्रिया होती है, विशेषकर विदर्भ के मौजूदा मौसम में। इस दौरान एसएनडीएल को भी अपनी टीमों को अन्य विकास कार्यों से हटाकर इस प्रकार के कार्यों में लगाना पड़ता है जिससे विकास कार्य लंबित होते हैं। एसएनडीएल ने इस प्रकार की गैर-ज़िम्मेदाराना व्यवहार की निंदा करते हुए कहा है कि फ़्रेंचाइज़ी द्वारा नियमित निवेदन तथा संबंधित सरकारी अधिकारियों द्वारा निर्देशों के बावजूद भी बगैर किसी पूर्व सूचना के खुदाई जारी है। उपभोक्ताओं से भी निवेदन है कि वे इस बात का संज्ञान लें और ऐसी परिस्थितियों में केवल बिजली कंपनी पर दोष न डालें। उन्हें सक्षम अधिकारियों से इसकी शिकायत करनी चाहिए और यह सुनिश्चित करवाना चाहिए कि बगैर सूचना किए जा रहे खुदाई कार्यों पर, कम-से-कम वर्तमान मौसम में, तुरंत रोक लगे।