Published On : Mon, Jun 27th, 2022

महा मेट्रो को आज एक ही स्थान पर मिला पूरे देश का सम्मान: डॉ. दीक्षित

Advertisement

नागपुर: शनिवार को कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने नागपुर मेट्रो के प्रबंध निदेशक डॉ बृजेश दीक्षित का सत्कार किया। इसके जवाब में दीक्षित ने कहा कि मैं इस समृद्ध, सफल और प्रमुख स्थान पर आकर बहुत खुश हूँ और आज महा मेट्रो को एक ही स्थान पर महा मेट्रो को भारत का सम्मान मिला है।

डॉ. ब्रजेश दीक्षित ने एयरपोर्ट साउथ मेट्रो स्टेशन के सभागृह में कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स, नई दिल्ली द्वारा आयोजित एक सत्कार समारोह को संबोधित किया। कॉन्फडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) यह सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्योग (एमएसएमई) क्षेत्र मे काम करने वाले विविध व्यापारी संघठनो की राष्ट्रीय संगठन है। पुरे देश मे 8 करोड़ व्यापारी इस संगठन के सदस्य हैं। देश के विविध राज्यों में सक्रिय करीब 40 हज़ार व्यापारी संगठन इस कॉन्फडरेशन के अंतर्गत आते हैं। व्यापारियों के हित संबंधित विविध मुद्दों को लेकर यह संगठन कार्यरत है।

कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल ट्रेडर्स, नई दिल्ली का दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन नागपुर में आयोजित हुआ है। बृजेश दीक्षित को ‘भामाशाह’ पुरस्कार और कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल ट्रेडर्स के राज्य स्तरीय संघ से सम्मानित किया गया। दीक्षित को पांडिचेरी, केरल, उत्तर प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, असम उत्तर पूर्व, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल, झारखंड, मध्य प्रदेश, नई दिल्ली, उड़ीसा, बिहार, गुजरात द्वारा सम्मानित किया गया।

‘भामाशाह पुरस्कार’: भामाशाह पुरस्कार मेवाड़ के महाराणा प्रताप को युद्ध के दौरान मिली पराजय के बाद पुनः सेना बनाने के लिए धन प्रदान करने वाले व्यापारी भामाशाह के नाम पर रखा गया है। मातृभूमि के लिए एक व्यापारी द्वारा दिए गए सहयोग को आज भी लोग भामाशाह को दानवीर की उपमा देते है! कन्फेडरेशन ऑफ ऑल ट्रेडर्स की ओर से राष्ट्र के प्रति समर्पण भाव से कार्य करने वाले व्यक्ति को इस सम्मान से अलंकृत किया जाता है! इस के पूर्व यह सम्मान ई. श्रीधरन, धर्मपाल गुलाटी को प्राप्त हो चुका है!

यह महा मेट्रो टीम का सम्मान: डॉ. बृजेश दीक्षित
सत्कार के उत्तर में डॉ. दीक्षित ने कहा कि, जिस काम के लिए मुझे आज यह सम्मान मिला है वह मेरे अकेले के लिए नहीं बल्कि पूरे महा मेट्रो के लिए सम्मान की बात है। मेट्रो नेटवर्क को बनाने में 11 हजार लोगों ने दिन रात काम किया है। परियोजना के निर्माण कार्य की शुरुआत में हमारा एक सपना था जो आज सच हो गया है जिसका मुझे गर्व है। उन्होने कहा कि, मेहनत हमेशा रंग लाती है। हमें गर्व है कि हमें शहर में मेट्रो परियोजना को लागू करने का काम मिला है। हमें कोरोना काल में काम करने में परेशानी हुई लेकिन वह काम भी आज पूरा हो रहा है और जल्द ही बाकी मेट्रो लाइन कि सेवा नागरिकों को मिल जाएगी। मेट्रो प्रतिदिन औसतन 60 हज़ार यात्रियों के साथ 40 किलोमीटर मेट्रो लाइन में से 26 किलोमीटर पर चल रही है और शेष 14 किलोमीटर मार्ग पर शिग्र् ही मेट्रो सेवा शुरु होगी! हमारा लक्ष्य प्रति दिन 2 लाख यात्रियों को ले जाना है।

डॉ. दीक्षित ने कहा कि ‘सपने जितने आसान लगते हैं उन्हें साकार करना उतना आसान नहीं होता’ हमने नागरिकों को सपनों से बेहतर मेट्रो सेवा देने की कोशिश की है। जिस तरह से मेट्रो बनाई गई थी और जैसे अब चल रही है, हम नागरिकों के विश्वास का पात्र बन चुके हैं। अन्य शहरों की तुलना में, शहर के 10 प्रतिशत नागरिक सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करते हैं। मेट्रो से शहर के साथ-साथ लोगों का भी आर्थिक विकास होगा।

• बी. सी. भारतीय (संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष): ‘भामाशाह’ पुरस्कार किसी व्यक्ति के लिए नहीं बल्कि एक संगठन के लिए है और डॉ. दीक्षित अपने आप में एक संगठन की तरह हैं, मुझे गर्व है कि माझी मेट्रो की वजह से शहर का विकास हुआ है और मेट्रो का हर स्टेशन बेहद खूबसूरत है।

• प्रवीण खंडेलवाल (राष्ट्रीय सचिव): नागपुर के अलावा, महा मेट्रो पुणे और नासिक में मेट्रो परियोजनाओं को लागू कर रही है। राज्य में मेट्रो के प्रसार में योगदान देने वाले अहम व्यक्ति डॉ दीक्षित का अभिनंदन करते हुए हमें बहुत खुशी हो रही है। डॉ. दीक्षित का कार्य काबिले तारीफ है। उन्होंने निर्माण कार्य को पूरी कुशलता के साथ पूरा करने का बीड़ा उठाया। देश के 8 करोड़ कारोबारियों की ओर से डॉ. दीक्षित को दिए जा रहे ‘भामाशाह’ पुरस्कार और सम्मान मिलने पर हम सभी को गर्व है।