नागपुर: बतौर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडनवीस के उपलब्धियों की चर्चा चाहे हो या न हो, लेकिन एक निजी उपलब्धि की चर्चा इनदिनों राजनीति के गलियारे में खूब हो रही है. मुख्यमंत्री फडनवीस ने इस साल अपना २६ किलो कम कर लिया है. उनकी इस कामयाबी से प्रेरित होकर विविध राजनीतिक दलों के ५३ विधायक एवं १७० नौकरशाह अपने-अपने मोटापे की चिंता में दुबले होने लगे हैं. पुणे की डॉक्टर जयश्री तोड़कर जिन्होंने मुख्यमंत्री फडनवीस की शल्य क्रिया कर वजन कम करने में सहायता की थी, उन्हीं के पास ५३ विधायकों और १७० अधिकारियों एवं प्रमुख कर्मचारियों का वजन कम कराया जाएगा.
ज्ञात हो कि हाल ही उपराजधानी नागपुर में संपन्न विधान मंडल शीत सत्र के दौरान औसत से अधिक वजन वाले ५५ विधायकों और ४५० नौकरशाह अफसरों तथा अन्य कर्मचारियों के मेडीकल चेकअप किए गए, जिसमें ५३ विधायक एवं १७० नौकरशाह अफसर एवं अन्य अधिकारी ‘वजनदार’ पाए गए, यानी उनके शरीर का वजन तय मानक से कहीं अधिक पाया गया. फ़ौरन उन्हें वजन कम करने की सलाह दी गई और पुणे की शल्य चिकित्सक डॉक्टर जयश्री तोड़कर से परामर्श एवं उपचार के लिए संस्तुत कर दिया गया.
प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री गिरीश महाजन का कहना है कि वे राज्य से मोटापे को ख़त्म करना चाहते हैं और इसकी शुरुवात जनप्रतिनिधियों और सरकारी अधिकारियों से की गई है. बाद में उनके परिजनों के लिए भी इस तरह के उपक्रम आयोजित किए जाएंगे.
देखना है प्रदेश के आम आदमी को सरकार की इस या इस तरह की किसी अन्य योजना का लाभ कब मिल पाता है?