नागपुर: बढ़ते वाहनों के कारण आज शहर में हर जगह पार्किंग की समस्या बढ़ती ही जा रही है. पार्किंग कि इस समस्या से लोगों परेशान हैं. लेकिन जहां पार्किंग है वहां लोगों से जबरन अवैध वसूली कर खुले आम लूट मचाई जा रही है. मेडिकल कॉलेज परिसर में इसी तरह वाहन पार्किंग के दौरान अतिरिक्त पैसों की वसूली खुलेआम बिना रोक टोक की जा रही है. यहां पार्किंग के नाम पर मरीजों और परिजनों के साथ पार्किंग के नाम पर उन्हें लूटा जा रहा है. मेडिकल परिसर में जी एम सी एच सायकल स्कूटर स्टैंड है.
जिसमें पार्किंग शुल्क 3 रुपए होने के बावजूद भी यहां पर लोगो से 5 रुपए वसूल किए जा रहे हैं. लेकिन स्टैंडवालों की ओर से पर्ची में दिख रहे 3 रुपये कट करके पेन से 5 रुपए लिखे गए हैं. यह आम नागरिकों के साथ की जा रही लूट का सीधा प्रमाण है. सूत्र बताते हैं कि यहां एक दिन में करीब 1 हजार से अधिक वाहन स्टैंड पर लगाए जाते हैं. इस लिहाज से रोज अमूमन 2 हजार रुपए, प्रतिमाह 60 हजार और साल भर के 7.20 लाख रुपए की लूट का खेल शुरू है. सूत्र यह भी बताते हैं कि यह गोरखधंदा पिछले कई वर्षो से चलता चला आ रहा है. लेकिन मेडिकल प्रशासन इसमें पूरी तरह से मूकदर्शक बन मौन धारण किए हुए है.
मेडिकल प्रशासन न तो इन्हें देख पा रहा है और न ही इस गोरखधंधे पर रोक ही लगा पा रहा है. इन सब के बाद भी मेडिकल प्रशासन कोई भी ठोस कार्रवाई करने से कतराते नजर आता है. इस लूट को लेकर जब सीधे मेडिकल स्टैंड चालक से सवाल पूछा गया तो उसने 3 रुपए का खुदरा पैसा ना होने से पांच रुपए की वसूली का मनमाना फैसला लिए जाना की बात कही. साथ ही कहा कि दस रुपए की नोट देनेवालों को सात रुपए चिल्लर ना लौटा पाने की सूरत में यह अतिरिक्त पैसों लिए जा रहे हैं. यहां के कुछ मरीजों के परिजनों से बात की गई तो उन्होंने कहा कि पार्किंग शुल्क के बारे में कुछ बोला जाए तो पार्किंगवाले लोग अपनी मनमानी करने लगते हैं और झगड़ने पर उतारू हो जाते हैं. बाहर गाड़ी पार्क की तो पुलिस वाले गाड़ी उठाकर ले जाते हैं. जिसके कारण रोजाना इन स्टैंडवालो को अतिरिक्त बुल भुगतान करने के िलए विवश होना पड़ता है.
स्टैंडचालको की इस अवैध अतिरिक्त वसूलों को लेकर जब मेडिकल अस्पताल की अधीक्षक सुलोचना पौनिकर से सवाल किया गया तो उन्होंने इस समस्या का जल्द समाधान निकाले जाने और लोगो के साथ होने वाली लूट को रोकने के लिए कदम उठाने का आश्वासन दिया. साथ ही पार्किंग कॉन्ट्रैक्टर से भी बात कर उन पर कड़क कार्रवाई करने का आश्वासन भी दिया.