
PrafulVed Infra is coming up with a sprawling Orange City Mall in line with their previous projects on London Street.
नागपुर का आसमान अब नई ऊंचाइयों को छूने को तैयार है। ‘लंदन स्ट्रीट’, जिसे ‘ऑरेंज सिटी स्ट्रीट’ के नाम से भी जाना जाता है, शहर के आधुनिक बदलाव की धुरी बनकर उभर रही है। जो कभी सिर्फ़ एक कल्पना थी, आज वह नागपुर का सबसे चर्चित रियल एस्टेट कॉरिडोर बन चुकी है। निवेशकों, डेवलपर्स और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर के लिए यह इलाका अब भविष्य की सबसे बड़ी संभावना बनकर सामने आया है।
लोकेशन एडवांटेज: जहां कनेक्टिविटी मिलती है अवसर से
लंदन स्ट्रीट की सबसे बड़ी ताकत है इसका स्थान और जुड़ाव। यह साउथ नागपुर के उस हिस्से में स्थित है जहां से शहर की मुख्य सड़कों, रेलवे नेटवर्क और लॉजिस्टिक कॉरिडोर तक आसानी से पहुंचा जा सकता है। यहां के सुव्यवस्थित और खुले भूखंड बड़े होटल, हॉस्पिटल और मिक्स्ड-यूज़ प्रोजेक्ट्स के लिए आदर्श साबित हो रहे हैं। पुराने बाजार इलाकों की भीड़-भाड़ के विपरीत, यह क्षेत्र सुनियोजित, सुगम और टिकाऊ विकास का उदाहरण बनने जा रहा है।
सबसे तेज़ी से उभरता कमर्शियल जंक्शन
इस इलाके के विकास में असली मोड़ तब आया जब नागपुर महानगरपालिका ने करीब 80,000 वर्गफुट का प्लॉट लगभग 111.75 करोड़ रुपये में बेचा — यह शहर की अब तक की सबसे बड़ी डील थी। इस रिकॉर्ड बिक्री ने निवेशकों में नया भरोसा जगाया और लंदन स्ट्रीट कॉरिडोर में निजी निवेश का सिलसिला शुरू हो गया। अब यहां के मास्टरप्लान में रिटेल, हेल्थकेयर, आईटी और मनोरंजन ज़ोन के लिए स्पष्ट खाके तैयार किए जा रहे हैं। यानी लंदन स्ट्रीट अब कोई सपना नहीं, बल्कि साकार होती योजना है।
प्रफुलवेद इंफ्रा और प्रफुल देशमुख: बदलाव के प्रमुख सूत्रधार
इस विकास यात्रा के केंद्र में हैं प्रफुलवेद इंफ्रा और इसके डायरेक्टर प्रफुल देशमुख — जो इस रूपांतरण को ज़मीनी स्तर पर आगे बढ़ा रहे हैं। स्थानीय ज़रूरतों की समझ और आधुनिक दृष्टि का मेल इनके प्रोजेक्ट्स में साफ दिखाई देता है। बड़ी कंपनियों से अलग, प्रफुल देशमुख की मौजूदगी इस बात का प्रमाण है कि नागपुर के विकास में स्थानीय नेतृत्व अब निर्णायक भूमिका निभा रहा है।

Orange City Mall at London Street, Khamla fast approaching towards completion.
हॉस्पिटैलिटी और प्रीमियम रिटेल का नया दौर
हाल ही में शहर ने खामला क्षेत्र में एक बड़े भूखंड को अतिक्रमणमुक्त कर पांच सितारा होटल निर्माण के लिए मंजूरी दी है। स्मार्ट सिटी मिशन के तहत यह कदम नागपुर की आतिथ्य सेवाओं को नए स्तर पर ले जाने वाला साबित होगा। चर्चाएं हैं कि यहां ताज समूह या समान स्तर की होटल श्रृंखला अपनी उपस्थिति दर्ज करा सकती है। इससे बिज़नेस यात्रियों के साथ-साथ कॉन्फ्रेंस, आयोजन और टूरिज़्म को भी नई दिशा मिलेगी। प्रीमियम होटल के साथ रेस्टोरेंट्स, रिटेल आउटलेट्स और सर्विस सेक्टर की मांग भी तेज़ी से बढ़ेगी।
सुव्यवस्थित और क्लटर-फ्री बिज़नेस ज़ोन
लंदन स्ट्रीट के मास्टरप्लान में साफ-सुथरे और संतुलित विकास पर ज़ोर है। यहां फुटपाथ, सर्विस लेन, वेंडर ज़ोन और हरियाली के साथ आधुनिक अर्बन डिज़ाइन पर काम किया जा रहा है। यह मॉडल पुराने बाजारों की अव्यवस्था से बिल्कुल अलग है। यहां का मकसद है एक ऐसा बिज़नेस इकोसिस्टम तैयार करना जो कुशल, पारदर्शी और निवेशकों के अनुकूल हो। हां, चुनौती यही होगी कि विकास की रफ्तार बरकरार रखते हुए छोटे व्यापारियों और वेंडर्स के हितों की भी रक्षा की जाए।
नागपुर की विकास यात्रा में निर्णायक पड़ाव
नागपुर की प्रगति अब सिर्फ़ सड़कें या इमारतें बनाने तक सीमित नहीं है। यह शिक्षा, स्वास्थ्य, लॉजिस्टिक्स और इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे कई क्षेत्रों में एक साथ आगे बढ़ रहा है। लंदन स्ट्रीट इन सभी का संगम है — एक ऐसा केंद्र जो प्रीमियम रिटेल, हेल्थकेयर और बिज़नेस सेवाओं को जोड़ते हुए शहर की आर्थिक रीढ़ को मज़बूत कर रहा है। आने वाले वर्षों में यह इलाका नागपुर का सबसे मूल्यवान कमर्शियल ज़ोन बन सकता है।
आगे की दिशा
प्रफुल देशमुख के नेतृत्व में प्रफुलवेद इंफ्रा पहले ही इस कॉरिडोर पर काम शुरू कर चुकी है। नगर प्रशासन भी लगातार ज़ोनिंग और इंफ्रास्ट्रक्चर गाइडलाइंस को सुधार रहा है ताकि विकास योजनाएं व्यवस्थित रूप से लागू की जा सकें। आने वाले कुछ वर्ष तय करेंगे कि नागपुर इस संतुलन को कितनी पारदर्शिता और समावेशिता के साथ आगे बढ़ाता है।
लंदन स्ट्रीट सिर्फ़ एक इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट नहीं, बल्कि नागपुर की नई सोच का प्रतीक है — एक ऐसा शहर जो अब योजनाबद्ध, निवेशक-अनुकूल और भविष्य की दिशा में आत्मविश्वास से आगे बढ़ रहा है। अगर इसे ईमानदारी से लागू किया गया, तो यह परियोजना मध्य भारत के शहरी विकास की परिभाषा बदल सकती है।










