नागपुर: नागपुर मेट्रो का काम तेज़ गति से जारी है। एनएमआरसीएल (नागपुर मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड) का दावा है की तय समय पर शहरवासियों को मेट्रो की सौगात मिल जाएगी। किसी भी विकसित शहर की पहचान के रूप में अब मेट्रो भी शामिल है, माझी मेट्रो अब शहर की पहचान को गढ़ रही है। देश भर में कई प्रमुख शहरों में मेट्रो शुरू है लेकिन देश में अब तक हुए अनुभव बताते है की मेट्रो सीधे तौर पर मुनाफ़े का सौदा अब तक नहीं बन पायी है। देश के सबसे विकसित शहर बैंगलोर में वर्षो बाद मेट्रो ने अब जाकर मुनाफ़ा कामना शुरू किया है। देश की अन्य मेट्रो के साथ माझी मेट्रो के साथ ऐसा न हो इसलिए कई तरह के प्रयास शुरू है। एनएमआरसीएल ने प्रोजेक्ट कॉस्ट का 35 फ़ीसदी हिस्सा प्रॉपर्टी डेवलपमेंट से निकालने का लक्ष्य सुनिश्चित किया है।
नॉन फ़ेयर बॉक्स रेविन्यू के अंतर्गत इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए मेट्रो के इंफ्रास्टक्चर को इस हिसाब से ही तैयार किया जा रहा है जिससे की मेट्रो की ईमारत में ही बेहतर बाज़ार तैयार हो सके। माझी मेट्रो प्रमुख ब्रजेश दीक्षित को उम्मीद है मेट्रो प्रॉपर्टी डेवलपमेंट के माध्यम से ही लागत मूल्य का अधिकतम हिस्सा निकाल लेगी। उनके मुताबिक मेट्रो द्वारा निर्माण और विकसित की जा रही प्रॉपर्टी पर निवेश के अभी से आवेदन आना शुरू हो गया है।
मेट्रो परियोजना में सबसे आकर्षक स्टेशन होंगे इन स्टेशनों को अपना नाम देने के लिए शहर की कई प्रतिष्ठित कंपनियों ने मेट्रो को निवेदन दिया है। हालांकि कंपनियों के आवेदन पर अब तक कोई फ़ैसला नहीं लिया गया है लेकिन मेट्रो एमडी के अनुसार वह इस अवसर के माध्यम से भी मेट्रो के लिए राजस्व हासिल करने की योजना पर विचार कर रहे है। मेट्रो को विज्ञापन के माध्यम से भी भारी मुनाफ़ा हासिल होने की आशा है।