नागपुर: यह कहा जाता है कि विभिन्न बीमारियों का इलाज करते करते डॉक्टरों की भावनाएं मर जाती है। लेकिन कुछ डॉक्टर अपवाद हैं। समाज में ऐसे कई डॉक्टर हैं जिन्होने कोरोना जैसी महामारियों के दौरान सामाजिक संवेदनाओं को जागृत रखने के लिए दिन-रात काम किया, और इतनी हड़बड़ी और तनाव के समय में भी अपने अंदर का संगीत जिंदा रखा । ऐसे सभी डॉक्टरों के कार्य को सलाम करने के लिए, हार्मोनी इवेंट्स की ओर से रविवार को शानदार संगीत कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में, डॉक्टरोंने प्रस्तुत किये गीतों को श्रोताओंने सराहा।
हार्मोनी इवेंट्स की ओर से रविवार, 2 अगस्त को ‘कोरोना वारियर्स को सलाम’ यह फेसबुक लाइव म्यूजिकल इवेंट आयोजित किया गया था। इस आयोजन की परिकल्पना हार्मोनी इवेंट्स के निदेशक राजेश समर्थ ने की, जबकि इस कार्यक्रमाची संचलन श्वेता शेलगांवकर ने किया । डॉ. अजय सूद, यूएसए से डॉ. अस्मिता दीक्षित, डॉ. यशपाल लांबा, डाॅ. राफत खान, डाॅ शमीक आंबटकर, डाॅ. अपर्णा गायकवाड़, डॉ. निकिता व्यवहारे और डॉ. वंदना अय्यर ने इस कार्यक्रम में भाग लिया।
डॉ. राफत खान ने रंग और नूर की इस गीत की प्रस्तुति कर कार्यक्रम में रंग भर दिया। डॉ अजय सूद ने एक हसिन शाम को गीत के माध्यम से शाम का समय और हसिन बनाया । डॉ अपर्णा गायकवाड़ ने लग जा गले इस प्रेम गीत का प्रदर्शन किया।
डॉ यशपाल लांबा द्वारा दूनिया उसिकी यह गीत तो डॉ. निकिता व्यवहारे द्वारा आप जैसा कोई मेरी गीत का प्रदर्शन किया। डॉ वंदना अय्यर ने मन सात समुंदर गीत गाकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया और डाॅ शमीक आंबटकर ने जलते है जिसके लिए यह गीत पेश किया. उसके बाद, गायकों ने एहसान तेरा होगा, जाने बहार हुस्न, दिवाना हुआ बडा, गोरे गोरे ओ बाके, दिलबर मेरे, ऐ दिल अब कही ना, चला जाता हूं जैसे एक से एक शानदार गीतों की प्रस्तुति देकर श्रोताओं को मधुर गीतों की दावत दी। कार्यक्रम का समापन डॉ. अजय सूद ने “बार बार देखो” गीत का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम की सफलता में मनोज पिदडी, हर्षल पराते और सुनील बोम्बले ने तांत्रिक सहकार्य किया.

