Published On : Wed, Aug 5th, 2020

कुणाल मौर्य ने दिखाई मानवता, सड़क पर बैठे निराधार बुजुर्ग को भेजा शेल्टर होम

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नागपुर– इस कोरोना संक्रमण में कई लोग एक दूसरे की मदद करते हुए पिछले 4 महीनों से नजर आ रहे है तो वही कुछ ऐसे भी जिनको दुसरो के तकलीफ से किसी भी तरह का कोई लेना देना नहीं है. लेकिन दुसरो की मदद करने का जज्बा अब भी नागपुर शहर के कुछ युवाओ में जिंदा है और वे कभी भी, कही भी, किसी भी परिस्थिति में मजबूर, असहाय लोगों की मदद करने के लिए दौड़ पड़ते है. ऐसे ही नागपुर शहर के सिविल लाइन स्थित गोंडवाना चौक के पास सड़क के किनारें पर 75 साल के एक बुजुर्ग काफी दिनों से बैठे हुए थे, वे काफी उम्रदराज थे और बीमार भी लग रहे थे.

इस सड़क से कई लोग आना-जाना करते है, सिविल लाइन होने की वजह से शहर के अमीरों का भी यहां से दिनभर आना जाना रहता है, लेकिन इस बूढ़े बुजुर्ग की लाचारी , बेबसी केवल यहां से गुजरनेवाले कुणाल मौर्य को दिखी. कुणाल पार्वती नगर में रहते है और बुटीबोरी में जॉब करते है. वे सोमवार को किसी से मिलने सिविल लाइन जा रहे थे, उन्हें सड़क के किनारें यह बुजुर्ग दिखाई दिए, तो उन्होंने गाडी रोककर उनसे पूछताछ की. लेकिन उन्होंने कोई बात नहीं की. इसके बाद उन्होंने इनकी मदद करने की ठानी. इसके बाद कुणाल ने मनपा के दीनदयाल अन्तोदय योजना के व्यवस्थापक प्रमोद खोब्रागडे से बात की और उन्हें पूरी जानकारी दी. जिसके बाद खोब्रागडे ने यह पूरी जानकारी मनपा समाजकल्याण के उपायुक्त सुभाष जाधव को बताई. इसके बाद जाधव ने बुजुर्ग को शेल्टर होम में भर्ती करने के निर्देश दिए.

इसके बाद खोब्रागडे ने बर्डी शेल्टर होम के व्यवस्थापक दीपक पसारकर की मदद से इस बुजुर्ग को शेल्टर होम में भर्ती कराया. अभी फिलहाल यह बुजुर्ग बातचीत ज्यादा नहीं करते है. उनकी तबियत ठीक है. दीपक पसारकर ने जानकारी देते हुए बताया की उन्हें यहां लाकर सबसे पहले नहलाया गया था. इसके बाद उनसे बातचीत की. लेकिन वे ज्यादा कुछ बता नहीं पाते है. उनका शेल्टर होम की ओर से ख्याल रखा जा रहा है.

इस बारे में कुणाल मौर्य ने बताया की वे बुटीबोरी में जॉब करते है और सिविल लाइन में किसी से मिलने के लिए गए हुए थे, तो उनकी नजर सड़क के किनारें बैठे बुजुर्ग पर पड़ी. कुणाल ने बताया की उनको देखकर ही लग रहा था की वे बेसहारा है और भले ही वे कुछ न बोले, लेकिन उन्हें मदद की जरुरत है. इसके बाद उन्होंने मनपा के अधिकारियों को जानकारी दी और उन्हें इस बुजुर्ग की फोटो भेजी. जिसके बाद बुजुर्ग को शेल्टर होम ले जाया गया. कुणाल का कहना है की उस बुजुर्ग की मदद करने के बाद उन्हें काफी अच्छा लगा और वे भविष्य में भी ऐसे गरीब, बेसहारा लोगों की मदद करना चाहते है.