Published On : Tue, May 26th, 2015

कोंढाली : बाजारगांव पेपर मिल में लगी आग, करोड़ों की हानि

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तीन गोदाम जलकर खाक

Fire in Bajargao paper meal 6
कोंढाली (नागपुर)।
नागपुर-अमरावती राष्ट्रीय महामार्ग पर बाजारगांव के पाचनवरी परिसर में स्थित बाजारगांव पेपर मील के तीन गोदामों में आग लग गई. घटना 25 मई की सुबह की है. आग से करीब 3 से 4 करोड़ का नुकसान होने का दावा बजारगाव पेपर मिल के मालिक जे. पी अग्रवाल ने किया है. सोलार एक्सप्लोसिव, काटोल व कलमेश्‍वर नगर परिषद, नागपुर एमआईडीसी, नागपुर महानगरपालिका की कुल 10 अग्निशमन गाड़ियों ने आग पर काबू पाया.

प्राप्त जानकारी के अनुसार कोंढाली से 18 किमी दुरी पर स्थित बाजारगांव पेपर मिल में क्राफ्ट पेपर रोल बनाये जाते है. मिल में तीन शिफ्ट में 210 कामगार कार्यरत है. 25 मई को पहली शिफ्ट में 70 कामगार काम कर रहे थे. सभी कामगार नाश्ते के लिए सुबह 9.15 बजे कंपनी के बाहर कैंटीन में थे. तभी उनको कागज कारखाने के दक्षिण भाग के गोदाम में रखे कागज के गठ्ठों में आग लगने की जानकारी मिली. आग ने देखते ही देखते विक्राल रूप धारण कर लिया.

घटना की जानकारी कोंढाली पुलिस और जिला कार्यालय में दी. सबसे पहले समीप के सोलार एक्सप्लोजिव कंपनी के मालिक सत्यनारायण नुवाल तथा प्रबंधक श्यामसुंदर मुंधड़ा ने अपने कंपनी की तीन फायर ब्रिगेड वाहन भेज कर आग पर काबू करने कि कोशिश की. इसके बाद 11 बजे काटोल न.प. कलमेश्वर न.प, एमआयडीसी के एक-एक तथा नागपुर मनपा के दो कुल 8 फायर ब्रिगेड की गाड़ियों द्वारा आग पर काबू पाने की कोशिश की गई तथा चार टैंकरों और चार जेसीबी द्वारा बचाव कार्य शुरू था.

आग में कारखाने के चार पल्प यूनिट, तीन गोदाम, कंपनी के इलेक्ट्रिक पैनल, एक क्लिपिंग मशीन खाक हो गई. इस घटना में कोई जनहानि नहीं ही हुई. बाजारगांव पेपर मील के मालिक जे.पी. अग्रवाल से आग का कारण पूछने पर उन्होंने बताया कि आग का कारण नही बता सकते. और वित्त हानी कितनी हुई यह भी नही बता पाना मुश्किल है. फिर भी तीन करोड़ से चार करोड़ की हानि होने की संभावना है.

Fire in Bajargao paper meal  (3)
23 मई को हरदोली पेपर मील तथा 25 मई को बाजारगांव पेपर मिल में आग लगी. दोनों मिल मिल है. दोनों घटनास्थलों की आग का कारण अभी तक पता नही चल पाया है. मिल में जब आग लगी तब यहा पानी की कोई व्यवस्था नही थी. मिल में कंपनी के वाटर पॉइंट बंद होने की जानकारी मिली है. मिल में वाटर पाइंट होना आवश्यक होता है. इस दौरान सभी फायर ब्रिगेड कर्मचारियों ने अपनी जान पर खेलकर आग बुझाने का प्रयास किया. वहीं कुछ हद तक आग पर काबू पाया.

घटना की जानकारी मिलते ही थानेदार प्रदीप लांबट, पिएसआय सोनाली गौरे हेकां शेंडे, ए.एस.आय मुले, आदि ने इस दौरान सहयोग किया. आग लगने का कारण स्पष्ट नही हुआ है. इस घटना को लेकर अलग-अलग चर्चाएं शुरू है.

Fire in Bajargao paper meal  (3)