Published On : Tue, Feb 14th, 2017

आखिरकार जाँच समिति के सामने उपस्थित हुए खड़से

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Eknath Khadse
नागपुर:
 पुणे के भोसरी जमीन खरीद प्रकरण में हुए घोटाले की जांच के लिए गठित न्यायमूर्ति जोटिंग समिति के समक्ष मंगलवार को राज्य के पूर्व राजस्व मंत्री एकनाथ खड़से हाज़िर हुए। इस दौरान खड़से ने करीब करीब आधा घंटा समिति के समक्ष अपना पक्ष रखा और शपथ पत्र जमा कराया। एक प्रकरण में एमआयडीसी ने थोड़े और वक्त की माँग की है जिस वजह से अब अगली सुनवाई 21 फ़रवरी को होगी। इस दिन भी खड़से के उपस्थित रहने की संभावना व्यक्त की जा रही है।

भोसरी में जमीन खरीद का मामला सामने आने के बाद तत्कालीन राजस्व मंत्री एकनाथ खड़से को इस्तीफ़ा देना पड़ा था। जिसके बाद मामले की जाँच के लिए राज्य सरकार ने न्यायमूर्ति जोटिंग समिति का गठन किया था। समिति नागपुर स्थित रविभवन में बनाये गए अस्थाई कार्यालय से जाँच का कार्य कर रही है। मामले की जाँच पूरी होने के बाद समिति ने कई बार खड़से को नोटिस भेजकर अपना पक्ष रखने को कहा था लेकिन खड़से लगातार अनुपस्थित रहकर अपने वकील के माध्यम से अपनी बात रख रहे थे। मामले के जाँच के दौरान वो आज पहली बार उपस्थित रहे। फ़िलहाल इस मामले की समिति फिर एक बार जाँच कर रही है।

मंगलवार सुबह ही नागपुर पहुँचे खड़से सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे रविभवन स्थित समिति के दफ्तर पहुँचे इस दौरान उनके साथ उसके वकील एड एम जी भोंगाडे भी साथ थे। समिति के सामने आधा घंटा खड़से के वकील ने अपनी दलील रखी। मामले में आज ही बहस होने की संभावना थी लेकिन एमआयडीसी द्वारा और समय मांगे जाने की वजह से ऐसा नहीं हो पाया। रविभवन से बाहर निकलते हुए खड़से ने पत्रकारों से मामले पर किसी तरह की बात तो नहीं की लेकिन अगली सुनवाई के दौरान खुद उपस्थित होने की जानकारी दी।

मामले की जाँच कर रही समिति ने चौथी दफ़ा जाँच कार्यकाल बढ़ाने की मांग की है। इस बार जाँच अवधि छह महीने और बढ़ाने की मांग की गयी है।