- ज़िप की म्हाडा योजना अंतर्गत 2006-07 में बनाये थे 30 बांध
- ब्लैकलिस्टेड ठेकेदारों को दिया गया काम
- 14 के खिलाफ मामला दर्ज
- रिपोर्ट से हुआ पर्दाफाश
नागपुर। नागपुर जिला परिषद द्वारा म्हाडा योजना अंतर्गत सन 2006-7 की कालावधि में काटोल व नरखेड़ तालुका में 30 सिंचाई बांधों का निर्माण किया गया. उसके लिए सरकार से 2.58 करोड़ रुपये मंजूर किए गए. इसमें बड़े पैमाने पर हेराफेरी, नियमबाह्य कार्य होने की शिकायत एसीबी (एंटी करप्शन ब्यूरो) को मिली है. उन तमाम बांधों की कार्यों की जाँच करने के लिए लघु सिंचाई विभाग के अभियंताओं की विशेष जाँच पथक तैयार किया गया और वे 30 में से 25 बांधों की जाँच कर अपनी रिपोर्ट पेश की है. जिसके बाद 14 लोगों पर मामला दर्ज किया गया.
प्राप्त जानकारी के अनुसार, विशेष जाँच के दौरान अभियंताओं ने सम्बन्धित ठेकेदारों व जिप के अधिकारियों की उपस्थिति में बांधों की प्रत्यक्ष खुदाई कर जाँच किया तो उन्होंने पाया कि कई बांध काम पूर्ण न बना कर छोटे आकार के बांध बनाए गए और अधिक कार्य किये जाने की रिपोर्ट बनाई गई. लेखा-जोखा पुस्तक में गलत जानकारी लिख सरकार की निधि की 65,13,228/- रु. का चूना लगाये जाने की बात सामने आई. उस वक़्त करार के मुताबिक कार्य की गुणवत्ता व क्षेत्रफल के अनुसार कार्य नहीं किया गया. वहीं अधिक क्षेत्र में कार्य किये जाने को दर्शाकर अधिक रकम का बिल पास करवाया गया.
जीप के तत्कालीन सम्बन्धित अधिकारियों ने काली सूची के ठेकेदारों को काम देने, ग्राम पंचायत स्तर पर तकनीकी कार्य की जवाबदारी डालने, निविदा प्रक्रिया नियमानुसार जिप स्तर पर न करते हुए जिला परिषदों को नियमबाह्य अधिकार देने इत्यादि हेराफेरी किये जाने की बात रिपोर्ट द्वारा सामने आई. उसी तरह जिप में तत्कालीन सम्बन्धित अभियंताओं को कार्य के दौरान न रखने, लेखा-जोखा विवरण की जाँच न करने, कार्य की गुणवत्ता व नक़्शे के अनुरूप माप-जोख सही है या नहीं बगैर देखे पास कर दिया जाना आदि बातें स्पष्ट हुई हैं. उसी प्रकार खण्ड विकास अधिकारी (बीडीओ) ने निजी ठेकेदारों द्वारा किये गए कार्यों की योग्य जाँच-पड़ताल न करते हुए देयकों को पास करते रहे. निजी ठेकेदारों ने करारानुसार तथा नक़्शे के अनुसार न किये कार्यों के देयक प्रस्तुत कर लाभ लेकर सरकार को चूना लगाने की बात स्पष्ट हुई है.
इसमें आरोपी लोकसेवकों ने निजी ठेकेदारों को गुनाह करने में मदद कर उन्हें लाभ पहुँचा कर व सरकार को चूना लगाया. इस पर निम्नलिखित 14 आरोपियों के विरुद्ध दिनांक 15 नवंबर को नागपुर के सादर थाने में भादवि की धारा 424 /14 की कलम 13 (1)(क), सह कलम 13 (2) व 15 लाप्रका 1988 सह कलम 420, 409, 468, 471, 34, 120 (ब) के तहत मामला दर्ज किया गया.
आरोपियों के नाम
1. बलदेव माधवराव सांगोड़े (50), सेवानिवृत्त कार्यकारी अभियंता, लघु सिंचाई विभाग, जिप, नागपुर. पता : सुमन विहार ब्लॉक नं. 85, मो. अली पेट्रोल पम्प के पास, कामठी रोड, भीलगांव, नागपुर.
2. वेंकटराव आयला सोमयाजुला (49), सेवानिवृत्त कार्यकारी अभियंता, जिप, चन्द्रपुर. पता : 160 गोदावरी अपार्टमेंट, अम्बाझरी ले-आउट, हिलटॉप, नागपुर.
3. नामदेव अप्पाजी गजभिये (59), सेवानिवृत्त उप-अभियंता, सिंचाई उप वि. नरखेड़, जिप, नागपुर. पता : जाटतरोड़ी, नं. 2, प्लाट नं. 169-ए, नागपुर.
4. नन्दकिशोर नारायणदास पुरोहित (46), शाखा अभियंता, ग्रामीण जलापूर्ति, जिप, नागपुर. पता : बजाज कमल अपार्टमेंट, लकड़पुर के पास, आयचित मंदिर, महल, नागपुर.
5. दिलीप सुधाकरराव सतफले (47), शाखा अभियंता, सिंचाई विभाग जिप, नागपुर. पता : के. एल. शरणागत, पुष्प नगरी, पद्मावती नगर पास, बेसा, नागपुर.
6. कृष्णराव लक्ष्मणराव झलके (61), सेवानिवृत्त अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जिप , नागपुर. पता : 258, जवाहर नगर, मानेवाड़ा रोड, नागपुर-24.
7. वासुदेव बापूजी भांडारकर, उपमुख्य कार्यकारी अधिकारी, पंचयत विभाग जिप, नागपुर. पता : जवाहर नगर, सुभेदार ले-आउट के पास, नागपुर.
8. प्रकाश आनन्दराव तट्टे, उच्च श्रेणी गट विकास अधिकारी, वरूड, जिला अमरावती. पता : करुणा प्रकाश, शुभम ले-आउट. रोहिणी पार्क के पीछे, कठोरा नाका, अमरावती.
9. वसंत चन्द्रभान निकाजु, निजी ठेकेदार, निकाजु कंस्ट्रक्शन कम्पनी. पता : सरजू गोपी अपार्टमेंट, प्लाट नं. ८, त्रिमूर्ति नगर, रिंग रोड, नागपुर
10. चंदू केशव चरपे, निजी ठेकेदार. पता : पिली चौक, कामठी, जिला नागपुर.
11. अशोक एम. ठाकुर, निजी ठेकेदार. पता : झेंडा चौक, झिंगबाई टाकली, मनकापुर, नागपुर.
12. राहुल रमेश श्रीवास्तव, निजी ठेकेदार, गोपाल नगर, नागपुर.
13. यशवंत रामराव कालबांडे, कालबांडे कंस्ट्रक्शन कंपनी, निजी ठेकेदार.
पता : मेन रोड, दोड़कीपुरा, तालुका कटोल, जिला नागपुर.
14. गंगाधर कुमेरिया, श्री बालाजी कंस्ट्रक्शन कम्पनी, निजी ठेकेदार. पता : खातगाँव, तालुका कटोल, जिला नागपुर.
प्रकरण की प्रारंभिक जाँच श्री अभय पान्हेकर व श्री संजय पुरंदरे तत्कालीन उप-अधीक्षक एसीबी, नागपुर ने की है. उसके बाद एसीबी मुख्यालय की मंजूरी के बाद मामला दर्ज किया गया. आगे की जाँच पुलिस उपाधीक्षक मिलिंद तोतरे, एसीबी, नागपुर कर रहे हैं. यह कार्यवाही पुलिस अधीक्षक प्रकाश जाधव, अपर पुलिस अधीक्षक वसन शिरभते के मार्गदर्शन में पुलिस उप अधीक्षक मिलिंद तोतरे व रमेश भोयर, कोमल बिसेन ने किया. इसी संदर्भ में एसीबी ने आवाहन किया कि यदि कोई अधिकारी रिश्वत की मांग करता है तो तत्काल टोल फ्री लैंडलाइन नं 1064, नागपुर से संपर्क कर शिकायत दर्ज करवाई जा सकती है.
