कन्हान-तारसा महामार्ग पर 4:30 घंटे चक्का जाम
कन्हान (नागपुर)। लोकनिर्माण विभाग की ओर से राज्य महामार्ग क्र. 266 में शुरू पेड़ कटाई के समय बरती गई लापरवाही से एक दुपहिया सवार की घटनास्थल पर ही मौत हो गई. इसके बाद स्थानीय नागरिकों द्वारा राज्य महामार्ग को 4:30 घंटे तक जाम रखा गया. इससे महमार्ग के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गई थी.
प्राप्त जानकारी के अनुसार राष्ट्रीय महमार्ग क्र. 7 से लगकर कन्हान-तारसा राज्य महामार्ग क्र. 266 पर लोकनिर्माण विभाग द्वारा महमार्ग के दोनों छोर पर पेड़ छटाई का कार्य शुरू है. इसी क्रम में रविवार को भी सुबह से ही विभाग के कर्मचारियों द्वारा खंडाला-निलज बस स्टॉप के पास पेड़ कटाई शुरू थी. इसी दौरान महमार्ग पर किसी भी प्रकार के सूचना फलक नहीं लगाये गए. इससे नागरिकों को महामार्ग में रही पेड़ कटाई की जानकारी नहीं मिल पा रही थी. एकदम नजदीक आने पर ही हो रही पेड़ की कटाई दे रही थी. इसी बीच सुबह लगभग 7:45 बजे के करीब नरसला निवासी रविन्द्र नामदेव वाहन(40) अपनी दुपहिया क्र. एमएच 35 एल 5442 से कन्हान की ओर अपनी साइकिल की दूकान का सामान खरीदी करने जा रहा था. निलज-खंडाला के पास बबुल के पेड़ की टहनी सिर पर गिरने से उसकी घटनास्थल पर मौत हो गई.
लगभग 25 फ़ीट लंबी टहनी महमार्ग पर गिरने से वहां से आवागमन पूर्णतः बंद हो गया अचानक हुई इस घटना की खबर मिलते ही स्थानीय नागरिकों ने महमार्ग के दोनों ओर सड़क पर बैठकर आंदोलन शुरू कर दिया. जिससे महमार्ग के दोनों चोर पर आवागमन पूर्णतः ठप पड़ गया. घटना की जानकारी मिलने पर कन्हान के थानेदार मौला सैयद अपने दल बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे तथा बबुल के पेड़ की टहनी हटाने की कोशिश की. नागरिकों ने घटना का जमकर विरोध किया. प्रशासन के विरोध में जमकर नारेबाजी की गई. इसी बीच किसान नेता सनजय सत्येकर, भाजपा नेता योगेश वाडीभस्मे, भाजपा जिला उपाध्यक्ष नरेश मोटघरे, पंस सदस्य साबीर सिद्दीकी, मनसे के रविन्द्र केने आदि के पहुंचने पर मामला और गर्म हो गया.
मुआवजा व नौकरी देने की घोषणा
खंडाला-निलज मार्ग पर बबुल के पेड़ की टहनी गिरने से रविन्द वाहने की मौत पर स्थानीय नागरिकों द्वारा पीड़ित परिवार को 15 लाख रूपये नकद सहित सरकारी नौकरी देने की मांग की गई. मांग जब तक पूर्ण नहीं होती, तब तक लाश घटनास्थल से नहीं उठाने देने की जानकारी मिलने पर कन्हान थानेदार द्वारा तहसीलदार बाबा टेढ़े सेहत लोकनिर्माण विभाग को सूचित किया. क्यूआरटी टीम के लगभग 50 जवानों ने भी घटनास्थल पर पहुंचकर व्यवस्था को संभाला. तहसीलदार टेढ़े द्वारा उचित सरकारी मदद देने की लिखित प्रत पीड़ित के परिजनों कों प्रदान की गई. जिसके बाद लगभग 12:30 बजे शव कामठी उपजिला अस्पताल भेजा गया.