Published On : Mon, Jun 17th, 2019

उपराजधानी में मुश्किल में जोमैटो फूड का बिज़नेस, फ़ूड डिलीवरी ब्वायज करेंगे आंदोलन, शिवसेना ने दिया समर्थन

Advertisement

नागपुर: उपराजधानी के ऑनलाइ फ़ूड के शौकीनों को आनेवाले दिनों थोड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है. क्योंकि ये फूड डिलिवरी ब्वायज आंदोलन करने की तैयारी कर रहे हैं. शिवसेना ने इनकी मांगों को जायज़ मानते हुए इनके आंदोलन को समर्थन देने का ऐलान कर दिया है.

बता दें पिछले कुछ वर्षों से शहर में ऑनलाइन फ़ूड डिलीवरी कॉम्पनी जोमैटो का काफी तेजी से विस्तार हुआ है.

Gold Rate
15 May 2025
Gold 24 KT 92,100/-
Gold 22 KT 85,700/-
Silver/Kg 94,800/-
Platinum 44,000/-
Recommended rate for Nagpur sarafa Making charges minimum 13% and above

कंपनी की ओर से पहले राइडर्स ब्वाय को एक दिन में 16 से 18 आर्डर का टारगेट पूरा करना होता था. इस डिलिवरी टार्गेट को बढ़ाकर 20 से 22 डिलिवरी कर दिया गया है. टार्गेट अत्याधिक बढ़ाए जाने का विरोध हो रहा है. शिवसेना ने इन डिलीवर ब्वायज को समर्थन देने का भरोसा दिलाया है. यही वजह है कि शिवसेना के साथ मिलकर ये डिलिवरी ब्याज आंदोलन करने की तैयारी कर रहे हैं.

यही नहीं पहले के डेली इंसेटिव 50 रुपये से कम कर 30 रुपये रोज कर दिया है. डिलिवरी ब्वाय को एक ऑर्डर पूरा करने में तकरीबन डेढ घंटे का समय लगता है. इसमें दिए गए ऑर्डर को मर्चेंट द्वारा तैयार करने में 40 मिनट फिर उसे डिलीवरी बॉय द्वारा कस्टमर तक 10 से 12 किलोमीटर तक पहुंचाने और मिली हुई पेमेंट को जोमैटो के एकाउंट में भेजने की प्रक्रिया शामिल है. ऐसी हालत में कम्पनी के दिए गए 20 से 22 ऑर्डर के टार्गेट को पूरा करना मुश्किल साबित हो रहा है.

कंपनी द्वारा इन्हें कोई सुरक्षा के साधन नहीं दिए गए हैं बाइक, उसका पूरा पेट्रोल खर्चा, जोमैटो लिखी T शर्ट की कीमत, पीछे लटके बैग की कीमत डिलीवरी बॉयज(राइडर) को स्वतः चुकानी पड़ती है. इन पूरी समस्याओं के साथ आज नागपुर स्थित ट्राफिक पार्क पर सैकड़ो जोमैटो डिलीवरी बॉयज(राइडर) शिवसेना शहर समन्वयक से मिले व हो रही परेशानियों से अवगत करवाया.

शहर के इन युवाओं को न्याय दिलवाने के लिए शिवसेना नेता प्रकाश जाधव के मार्गदर्शन में, शहर समन्वयक नितिन तिवारी के नेतृत्व में शिवसेना द्वारा हजारो जोमैटो डिलीवरी बॉयज(राइडर) के साथ 17 जून को दोपहर 12.30 बजे जोमैटो कंपनी के खिलाफ प्रदर्शन कर आंदोलन करने का ऐलान किया गया.

Advertisement
Advertisement
Advertisement