नागपुर: वरिष्ठ स्वतंत्रता सेनानी एवं लोकमत के संस्थापक संपादक जवाहरलाल दर्डा की जन्म शताब्दी एवं लोकमत नागपुर संस्करण के स्वर्ण महोत्सव वर्ष के उपलक्ष्य में रविवार को ‘लोकमत नेशनल मीडिया कॉन्क्लेव’ का आयोजन किया गया। नागपुर के रामदासपेठ स्थित होटल सेंटर प्वाइंट में आयोजित किए जा रहे इस कार्यक्रम का विषय है- ‘क्या भारतीय मीडिया का पूरी तरह धुव्रीकरण हो गया है?’नेशनल कॉन्क्लेव में बोलते हुए महाराष्ट्र के सांस्कृतिक मामलों, वन और मत्स्य पालन मंत्री के सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि कन्याकुमारी से कश्मीर तक नागपुर को हृदय की जगह माना जाता है। मैं राजनीति में तो हूं लेकिन मैनें भी पत्रकारिता की पढ़ाई की है।सुधीर मुनगंटीवार ने आगे कहा, “जब मैं पत्रकारिता का छात्र था तो अपने शिक्षकों से एक बात सीखी। मैंने सीखा कि अगर डॉक्टर गलत दवा दे दे तो केलव एक व्यक्ति को नुकसान होता है। लेकिन पत्रकार अगर गलत जानकारी देता है तो उसका गलत प्रभाव पूरे समाज पर होने की आशंका होती है।
पत्रकार की जिम्मेदारी इसिलिए समाज के लिए बेहद अहम है। मोदी जी कुछ पत्रकारों के दिल में हैं तो कुछ के दिमाग में। मोदी जी ने कोई गलत काम किया है तो लिखना चाहिए।”सुधीर मुनगंटीवार ने आगे कहा कि पत्रकारिता करते हुए कई बार खुद की दूषित दृष्टि सत्य को देखने से रोकती है। उन्होंने कहा कि मीडिया का पूरी तरह धुव्रीकरण होने की बात इसलिए की जा रही है क्योकि आज हम हर चीज को केवल राजनीति के नजरिए से देखते हैं। जब हर चीज को राजनीति के नजरिए से देखा जाएगा तो ऐसा ही होगा इसलिए हमें आर्थिक और मानवीय नजरिए से भी चीजों को देखना होगा।
सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि देश को आगे बढ़ाने की चर्चा करना, पर्यावरण की बात करना, स्वास्थ्य और आहार की बात करना और महिला अधिकारों की बात करना ध्रुवीकरण नहीं है। उन्होंने कहा कि मीडिया का पूरी तरह धुव्रीकरण होने की मैं नहीं मानता। ‘लोकमत नेशनल मीडिया कॉन्क्लेव’ के आयोजन के लिए सुधीर मुनगंटीवार ने लोकमत मीडिया ग्रुप के चेयरमैन विजय दर्डा को धन्यवाद भी दिया।