
नागपुर : अखिल भारतीय पुलक जन चेतना मंच द्वारा रत्नत्रय व्रत के उपवास करने पर उनकी अनुमोदना के लिए कर्तव्य प्रिय शिक्षिका जयश्री राजेंद्र नखाते का उनके निवास पर सम्मान किया गया.
जयश्री नखाते ने पर्युषण पर्व में रत्नत्रय व्रत के उपवास किये उसकी अनुमोदना की गई. महावीर गृहनिर्माण सहकारी संस्था के अध्यक्ष डॉ. रवींद्र भुसारी, करियर मार्गदर्शक डॉ. नरेंद्र भुसारी, पुलक मंच परिवार के राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष मनोज बंड के हस्ते धर्म दुपट्टा, अंतर्मना आचार्यश्री प्रसन्नसागरजी गुरूदेव लिखित सच्चे मित्र कौन यह किताब देकर और राजेंद्र नखाते ने मोतियों की माला से सम्मानित किया गया.
डॉ. रवींद्र भुसारी ने कहा पर्युषण पर्व त्याग, तपस्या का पर्व हैं. इस पर्व में अनेक भक्त साधना करते हैं, तपस्या करते हैं. यह आत्म शुद्धि का पर्व हैं. उन्होंने जयश्री नखाते के उपवास की अनुमोदना की. डॉ. नरेंद्र भुसारी ने कहा आचार्यश्री प्रसन्नसागरजी गुरूदेव तपाचार्य हैं, वह वर्षभर तप करते रहते हैं इस किताब से जयश्री नखाते को तप करने की प्रेरणा मिलते रहेगी.
जयश्री नखाते ने सम्मान के जवाब में कहा उन्हें धर्म के संस्कार उनके पिता से मिले. मैं और मेरा परिवार धर्म संस्कारों से आगे बढ़ रहा हैं. मेरे पिता आचार्यश्री पुलकसागरजी गुरूदेव के भक्त थे, गुरूदेव के विहार में उनकी मृत्यु हुई थी. पिता के दिये हुए संस्कारों को आगे बढ़ाना मेरे जीवन का लक्ष्य हैं. मनोज बंड और राजेंद्र नखाते ने भी विचार व्यक्त किये. समारोह का संचालन रमेश उदेपुरकर ने किया, आभार प्रदर्शन सिद्धांत नखाते किया. अनंतराव शिवणकर, अशोक हनमंते, विनोद नखाते, सृष्टि नखाते, प्रगती नखाते आदि उपस्थित थे.


