नागपुर. मानकापुर स्टेडियम को अत्याधुनिक बनाने के लिए भले ही प्रस्तावित योजना पर अमल करने का निर्णय लिया गया हो, लेकिन इसके लिए सैंकड़ों पेड़ों की होने जा रही कटाई को लेकर अब स्थानिय नागरिकों के साथ ही प्रीति पटेल की ओर से हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर की. इसी याचिका में सिटी के अलग-अलग हिस्सों में मनपा के विकास कार्यों के लिए काटे जा रहे पेड़ों को लेकर भी आपत्ति जताई गई. जिसमें ठक्कर ग्राम में निर्मित होनेवाली ई-लाइब्ररी का भी उल्लेख किया गया. इस संदर्भ में बुधवार को सुनवाई के दौरान मनपा की ओर से पैरवी कर रहे अधि. जैमीनी कासट ने कहा कि स्ट्रक्चरल आडिट रिपोर्ट के अनुसार 100 वर्ष पुराने बरगद के पेड़ को वहां से हटाकर दूसरी ओर प्लांट करने की योजना है. जिसके बाद हाई कोर्ट ने इतने पुराने और भव्य पेड़ के ट्रांसप्लांटेशन के बाद इसके जिंदा रहने की क्या गारंटी है. इसका जवाब दायर करने के आदेश दिए.
याचिकाकर्ता ने मानकापुर परिसर में प्रस्तावित पेड़ों की कटाई को रोकने, तोड़े गए पेड़ों की जगह पर वृक्षारोपण करने और भविष्य में इस तरह की घटना को रोकने के लिए कड़े नियम लागू करने की मांग जनहित याचिका में की. याचिकाकर्ता की ओर से बताया गया कि सिटी में कई प्रकल्पों को अंजाम दिया जा रहा है. जिसे आवश्यक करार देकर हजारों पेड़ों की बली दी जा रही है. जिससे पर्यावरण संतुलन बिगडने से इंकार नहीं किया जा सकता है. याचिका में पेड़ों की कटाई देनेवाले स्थानिय निकाय की कार्यप्रणाली पर भी आपत्ति जताई गई.
याचिकाकर्ताओं की ओर से याचिका में बताया गया कि क्रीडा विभाग के उपसंचालक की ओर से मानकापुर स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स में 4-स्टार होटल, कन्वेन्शन सेंटर, रिटेल आऊटलेट्स, क्लब और कैफेटेरिया का निर्माण करने को हरी झंडी दी है. निर्माण कार्य को अंजाम देने के लिए कुल 365 पेड़ों को तोड़ा जाना है. विशेषत: इनमें 58 हेरिटेज पेड़ों को काटा जाएगा. याचिकाकर्ता की ओर से इसी तरह से शहर की विभिन्न योजना के लिए तोड़े जानेवाले पेड़ों की जानकारी भी प्रस्तुत की. याचिकाकर्ता ने कहा कि यदि इस तरह से विकास के नाम पर पेड़ों की कटाई हुई, तो जैवविविधता को खतरा पैदा होगा. पर्यावरण संतुलन पूरी तरह से बिगड जाएगा.