Published On : Tue, Jun 12th, 2018

राज्य के सरकारी अस्पतालों में सेवा देने वाले इंटर्न डॉक्टर बुधवार से हड़ताल पर

Representational Pic

नागपुर: बुधवार से राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था फिर चरमराने का अंदेशा है। सरकारी मेडिकल अस्पतालों में सेवाएं देने वाले इंटर्न डॉक्टरों ने बुधवार से हड़ताल पर जाने का फ़ैसला लिया है। गौरतलब हो की सरकारी अस्पतालों में इंटर्न स्वास्थ्य सेवा मुहैय्या कराने में अहम भूमिका अदा करते है। असोसिएशन ऑफ स्टेट मेडिकल इंटर्न्स ने अपने स्टाईफंड को लेकर माँग सरकार द्वारा पूरी न किये जाने को लेकर हड़ताल पर जाने का फ़ैसला लिया है।

इंटर्न का कहना है वर्ष में 200 दिन के वेतन के रूप में मिलने वाले स्टाईफंड को लेकर सरकार में उनकी लड़ाई जारी है। वर्ष 2015 में वर्त्तमान में मिलने वाले 6000 रूपए स्टाईफंड को बढाकर 11 हज़ार रूपए करने का आश्वाशन उन्हें दिया जरूर गया लेकिन उस पर अमल नहीं हुआ। इस संबंध में नागपुर में ख़ुद मुख्यमंत्री से मुलाक़ात की गई थी जिसमे उन्होंने उचित फ़ैंसला लेने का आश्वाशन दिया था जो अब तक पूरा नहीं हुआ।

इंटर्न डॉक्टरों द्वारा 26 अप्रैल 2018 को निदर्शन आंदोलन किया गे था। जिसके बाद 2 मई को मेडिकल शिक्षा मंत्री गिरीश महाजन के साथ इंटर्न डॉक्टरों के प्रतिनिधियों से बैठक हुई थी। जिसमे उन्होंने 15 दिनों के भीतर स्थाई समाधान निकालने की बात कही थी। इंटर्न डॉक्टरों के मुताबिक बीते 2 महीने से राज्य सरकार उनकी माँग को नजरअंदाज करती आ रही है। इसलिए उन्होंने बुधवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का फ़ैसला लिया है।

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इस हड़ताल की वजह से फिर एक बार राज्य के सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित होने की संभावना है।

राज्य में इंटर्न डॉक्टर को 6000 रूपए का स्टाईफंड मिलता है जबकि अन्य राज्यों में ये अधिक है।

किस राज्य में इंटर्न डॉक्टर को कितना स्टाईफंड है –

उत्तरप्रदेश-17,900/-
कर्नाटक- 19,975/-
पश्चिम बंगाल-.21,000/-
केरल – 20,000/-
आसाम- 20,000/-
छत्तीसगढ़- 20,000/-
ओडिशा-20,000/-
बिहार-15,000/-
आंध्रप्रदेश-13,000/-
तेलंगाना-13,000/-
हरियाणा-.11,800/-
पंजाब- 9,000/-
गुजरात-10,700/-

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