Published On : Mon, Jul 18th, 2022

बारिश के मौसम में आधे-अधूरे काम दुर्घटनाओं को आमंत्रण दे रही

Advertisement

नागपुर – ऐन भारी बारिश को मौसम में सड़कों, पानी की नालियों, सीवेज लाइनों का काम शुरू कर दिया गया. अब बारिश के कारण ये काम अधूरे हैं और खुदाई के कारण वाहन चालकों को दिल का दर्द सहना पड़ रहा है. एक ओर जहां बारिश ने सरदर्दी बढ़ा दी है,तो दूसरी ओर सड़कों और जलवाहिनी बिछाने के लिए की खुदाई के कारण नागरिकों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

चूंकि मनपा ने गर्मी में काम पूरा करने पर जोर नहीं दिया, इसलिए अब बारिश में खुदाई के कारण नागरिकों को परेशानियों से जूझना पड़ रहा है. कई सड़कों पर गिट्टी फैली हुई है और हुडकेश्वर पुलिस स्टेशन से पिपला रोड तक देखा जा सकता है कि नागरिकों को वाहनों को हटाने में मुश्किल हो रही है. पिपला रोड का काम बारिश से पहले शुरू होता नजर आ रहा है. इन सड़कों की खुदाई ठेकेदार द्वारा की गई थी।

कुछ इलाकों में बड़े गिट्टी डाले गए हैं। यह सड़क सीधे पिली पल तक बनाई जा रही है। इन सड़कों के किनारे गजानननगर, शारदानगर, चक्रपाणिनगर समेत कई बस्तियां हैं। इन बस्तियों में रहने वालों के लिए अब अपने घरों तक पहुंचना मुश्किल हो गया है। पिछले डेढ़ सप्ताह से शहर में लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है और इन सड़कों पर बारिश का पानी भी जमा होने के कारण वाहनों के पहिए अक्सर कीचड़ में फंस जाते हैं क्योंकि सडको पर जमा पानी गड्ढों की जानकारी दे पाती हैं.

चार पहिया वाहन ही नहीं ,दुपहिया वाहन भी चलाने में दिक्कते दे रही हैं। ऐसे सड़क पर चलना भी मुश्किल हो गया है। इन सड़कों पर छात्र-छात्राएं, मजदूर, व्यवसायी, महिलाएं आदि रोज आते-जाते हैं। इन सभी की जान खतरे में है। कई इलाकों में सड़कों की स्थिति एक जैसी है। इसके अलावा कुछ दिन पूर्व खरबी परिसर के साईनगर में सीवेज लाइन की खुदाई की गई थी।

बारिश के कारण मजदूर काम से गायब हो गए हैं और ऐसा लगता है कि ठेकेदार ने फिलहाल इस काम से मुंह मोड़ लिया है। अब सीवेज लाइन चैंबर के लिए खोदा गया गड्ढा अब नागरिकों के लिए सिरदर्द बन गया है। बारिश का पानी गड्ढे में जमा हो गया है और मिट्टी दलदल का रूप ले चुकी हैं ,स्थानीय नागरिकों को परेशानी हुई है।

उल्लेखनीय यह है कि अयोध्यानगर में श्रीरामवाड़ी से मानेवाड़ा रोड पर बालाजीनगर पूर्व तक जलवाहिनी बिछाने का काम पूरा हो गया है। लेकिन इस सड़क की खुदाई में सिर्फ मिट्टी भरने का काम किया गया था। इससे पूरी सड़क पर कीचड़ हो गया है और कहीं-कहीं गहरे गड्ढे भी हो गए हैं। खास बात यह है कि यह सड़क संकरी है और नागरिकों के लिए अपने वाहनों को अपने घरों से निकालना मुश्किल हो गया है। अक्सर रात के अंधेरे में इस नाले में नागरिकों के पैर चल रहे होते हैं। इससे चोट लगने की आशंका रहती है।

Advertisement