-निर्णय का कई लोग कर रहे विरोध
नागपुर: नागपुर के राज्य उत्पादन शुल्क विभाग की ओर से अजब निर्णय लिया गया है. इस निर्णय के अंतर्गत अब सावजी रेस्टॉरेंट, भोजनालय और ढाबों में बार और परमिट रूम की अनुमति देना शुरू किया गया है. इस निर्णय के कारण सावजी ब्रांड को फेमस करनेवाले कुछ रेस्टॉरेंट और होटल संचालकों और नागरिकों ने विरोध किया है. तो वही इस निर्णय के बाद केवल नागपुर जिले में बार और परमिट रूम के लिए महीने भर में करीब 150 आवेदन पहुंचे हैं. विभाग के इस अजीब निर्णय के बाद सावजी खाने के शौक़ीन शहरवासियों और सावजी ब्रांड को फेमस करनेवाले लोगों ने राज्य उत्पादन शुल्क विभाग के इस निर्णय का विरोध किया है. अनेक लोगों का कहना है कि विभाग के इस निर्णय के कारण सावजी ब्रांड को नुक्सान पहुंच सकता है.
इस निर्णय के लिए विभाग ने अजब तर्क दिया है. विभाग का कहना है कि सावजी खानेवाले ज्यादातर लोग शराब पीते हैं. विभाग का मानना है कि शहर के ज्यादातर सावजी भोजनालय में चोरी छुपे नियमों को ताक पर रखकर ग्राहकों को शराब दी जाती है. जिसके कारण सरकार को करोड़ों रुपए के टैक्स को नुकसान पहुंचता है और अवैध शराब को भी प्रोत्साहन मिलता है. जिसके कारण सावजी रेस्टॉरेंट्स और होटल्स में सीधे शराब की अनुमति दी जाएगी. इस निर्णय के बाद सरकार का टैक्स भी बढ़ेगा साथ ही इसके अवैध शराब पर भी लगेगी.
राज्य उत्पादन शुल्क विभाग में 150 आवेदन आए हैं. आवेदनों की जांच करके ही अनुमति दी जानेवाली है. राज्य उत्पादन शुल्क विभाग के इस निर्णय से सावजी में परिवार के साथ जानेवाले लोगों को भी परेशानी होगी. इस निर्णय का कई होटल संचालकों ने विरोध किया है.