नागपुर: विगत कुछ दिन पहले भोंसला मिल्ट्री स्कूल और बसेरा लैंड डेवलपर नेशनल हाइवे की जगह पर अवैध कब्जा कर के अपना स्वार्थ साधने में लगे थे. इसमें राष्ट्रिय महामार्ग प्राधिकरण के अधिकारीयों की भी मिलीभगत थी. इन दोनों अतिक्रमणकारियों को बचाने के लिए प्राधिकरण दूसरे ओर की खेती की जमीन का अधिग्रहण करने की फ़िराक में थे.
उसी दरम्यान खापा के एक किसान विवेक सिसोदिया के द्वारा दी गयी जानकारी एवं सबूत ‘नागपुर टुडे’ ने बिग एंड बोल्ड में प्रकाशित कर दिया. इसके बाद प्रशासन ने तुरंत हरकत में आते हुए आउटर रिंग रोड के कॉन्ट्रैक्टर कंपनी ‘एम्इपी’ की टीम द्वारा महामार्ग के दायरे में आ रहे निर्माणकार्य को ध्वस्त किया गया. बसेरा लैंड डेवलपर्स की अधिकृत संपत्ति बताया जा रहे इस भूखंड पर भूखंड-धारक ने लांखो रुपया खर्चा कर निर्माण किया था.
कांट्रेक्टर ने कल से ही महामार्ग की आउटर लाइन की मार्किंग एवं ‘ड्रेन’ की खुदायी शुरू कर दी थी. अगर नियम-अनुसार मार्किंग की गयी तो भोंसला मिल्ट्री स्कूल के तथाकथित प्लेग्राउंड का आधा हिस्सा महामार्ग प्राधिकरण के क्षेत्र में चला जायेगा. जिस पर स्कूल प्रबंधन अपना हक़ जताता आया है. इसी कारन से अब भोंसला मिल्ट्री स्कूल प्रबंधन ने अपना चेक पोस्ट यहाँ से हटा लिया है.