नागपुर: अच्छे दिन आ गए हैं। यकीन न हो तो मानेवाड़ा में रहने वाले बबन डाहाके से पूछ लीजिए। बबन डाहाके मानेवाड़ा बस्ती में रहते हैं और अपने घर की बगल से गुजरने वाली सरकारी सीमेंट की सड़क पर जबरन कब्ज़ा कर घर बना रहे हैं। बीसियों फुट चौड़ी सड़क को उन्होंने अपने बाहुबल से महज कुछ फुट की गली में तब्दील कर दिया है।
लेकिन मानेवाड़ा बस्ती के लोगों से बबन डाहाके के ‘अच्छे दिन’ देखा नहीं जा रहा है। मानेवाड़ा बस्ती के लोगों को सरकारी सड़क का इस तरह कब्ज़ा किया जाना गैर-कानूनी और आपराधिक कृत्य लग रहा है। बस्ती के लोग कई-कई बार बबन डाहाके के अवैध निर्माण की शिकायत महानगर पालिका के हनुमान नगर जोन कार्यालय, अजनी पुलिस स्टेशन, क्षेत्र के विधायक से कर चुके हैं। लेकिन मजाल है कि कोई सरकारी अधिकारी या कर्मचारी या पुलिस वाला या अपने विधायक साहब बबन डाहाके के ‘अच्छे दिन’ के आड़े आए हों! अरे! अगर बबन डाहाके के अच्छे दिन आए हैं तो इन सरकारी कर्मचारियों, अधिकारियों, पुलिस वालों को भी तो कुछ न कुछ ‘प्रसाद’ मिला ही होगा न! वर्ना फुकट में तो सरकारी ‘बाबू’ किसी के कहने पर थूंकते तक नहीं।
मनपा हनुमान नगर जोन के जूनियर इंजीनियर की उदारता की तारीफ करते आप भी नहीं थकेंगे, जब आपको मालूम होगा कि बबन डाहाके के अवैध निर्माण उर्फ़ ‘अच्छे दिन’ की मानेवाड़ा बस्ती के लोगों द्वारा शिकायत करने पर उन्होंने क्या कहा? जूनियर इंजीनियर साहब ने कहा, “बनाने दो
उसे घर, हम भला उसे क्यों रोंके!”
कोई नागरिक कह रहा था कि स्थानीय विधायक सुधाकर कोहले साहब ने बबन डाहाके के अवैध निर्माण को तुरंत ढहाने का आदेश भी दिया, लेकिन जब जेब गर्म हो तो सरकारी बाबुओं के कान बंद हो जाते हैं विधायक साहब!
तो बबन डाहाके साहब आप लगे रहिए, चलने दीजिए अपने अवैध निर्माण को! जब आपका ज़मीर ही मर चुका है तो फिर कहने-सुनने को बचा ही क्या है? आपको अच्छे दिन की बधाई बबन डाहाके!!