Published On : Thu, Apr 13th, 2017

इग्नू का 30वां दीक्षांत समारोह संपन्न

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नागपुर:
नागपुर स्थित इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू ) का 30वां दीक्षांत समारोह गुरुवार 13 अप्रैल को संपन्न हुआ। नागपुर क्षेत्रीय केंद्र द्वारा समारोह राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय गुरुनानक भवन में हुआ। इस समारोह में इग्नू के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. पी. शिवस्वरूप प्रमुख रूप से मौजूद थे. मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज नागपुर विद्यापीठ के कुलगुरु डॉ.सिद्दार्थविनायक काने मौजूद थे। दीक्षांत समारोह वेब सम्मलेन प्रणाली के माध्यम से 56 क्षेत्रीय केंद्रों पर एक साथ आयोजित किया गया था। वेब प्रणाली के माध्यम से दिल्ली के इग्नू के मुख्यालय का सीधा प्रसारण भी इस दौरान किया गया। देश भर में इग्नू के 2 लाख 10 हजार 811 विद्यार्थियों को उपाधियां दी गयी। नागपुर जिले में कुल 1517 विद्यार्थियों को उपाधियाँ मिली लेकिन इनमें से केवल ७० छात्र ही डिग्रियां लेने पहुंचे। जबकि केंद्र की ओर से 283 विद्यार्थियों को निमंत्रण भेजा गया था। अब 882 बी.एड छात्रों को उनकी डिग्री स्पीड पोस्ट से भेजी जाएगी.

1517 छात्रों को 1631 प्रमाणपत्र दिए गए और बाकी बचे विद्यार्थियों को डाक से उनकी उपाधियां भेजी जाएगी। उनको कुलगुरु डॉ.सिद्दार्थविनायक काने, इग्नू के क्षेत्रीय निदेशक डॉ.पी. शिवस्वरूप के हाथों उपाधियां प्रदान की गई। समारोह में स्नातकोत्तर उपाधि, स्नातक उपाधि, डिप्लोमा एवं स्नाकोत्तर डिप्लोमा प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। इस दौरान मौजुद दीपाली सक्सेना, पवन वंजारी, तृप्ति बागवे ,श्यामराव कौर्ति, जयश्री खोब्रागडे, अमृत वालिया, मुस्कान मिश्रा, क्रांति मोरे, गिरीश बालती, एच.डी.बालती, नाथूराम स्वर्णकार, प्रिया गिरीधर, विक्रांत दुबालकर, प्रशांत गिरी, उत्तम करमाकर को उपाधिया प्रदान की गई।

इस दौरान राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय के कुलगुरु डॉ.सिद्दार्थविनायक काने ने सभी छात्रों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि पुराने गुरुकुल प्रणाली में छात्रों को ”सत्यमवद ”,धर्मम चर ” ,”स्वाध्यायानमा प्रमद ” जिसका अर्थ है की हमेश सच बोलना चाहिए. हमेशा सभी को धर्म का अभ्यास करना चाहिए और सभी को स्वअध्ययन और स्वप्रशिक्षण करना चाहिए. आज के उदारीकरण, निजीकरण और वैश्यिकरण की दुनिया में उन्होंने छात्रों को अधिक समझदार और अधिक मानवीय होने की सलाह दी.


तो वही इग्नू के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. पी. शिवस्वरूप ने कहा इग्नू सक्रिय रूप से आदिवासी क्षेत्रों के छात्रों के बीच डिजिटल लेनदेन को बढ़ाने के लिए उन लोगों को शामिल करना और उन्हें ”ई – क्रांति स्वयसेवक ”बनाने की बात उन्होंने इस दौरान कही. उन्होंने यह भी बताया कि इग्नू विशेष रूप से कुरखेडा के आदिवासियों के लिए विशेष अध्ययन केंद्र शुरू करने जा रहा है.

इस समारोह में नागपुर की छात्रा गूंजा संजय जोशी को रसायन विश्लेषण विज्ञान में स्नातकोत्तर डिप्लोमा में सम्पूर्ण भारत में मेरिट सूचि में प्रथम आने के लिए स्वर्ण पदक दिया गया। नागपुर के सेंट्रल जेल के कैदियों को भी डिग्रियां प्रदान की गईं। हालांकि सुरक्षा कारणों से वे इस दीक्षांत समारोह में नहीं आ पाए। जिनके नाम विजय महाकालकर, श्यामराव ताराचंद वाघमारे, नारायण चेतनराव चौधरी है।