26 सितंबर से 2 अक्टूबर तक चलेगा अभियान
महिलाएं अधिक से अधिक संख्या में भाग लें: जिलाधिकारी
नागपुर: राज्यों में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत 26 सितंबर से 2 अक्टूबर तक नवरात्रि के दौरान 18 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं, माताओं और गर्भवती महिलाओं की व्यापक स्वास्थ्य जांच के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत मां सुरक्षित तो घर सुरक्षित अभियान लागू किया जाएगा। डॉ. विपिन इटनकर ने अधिक महिलाओं को लेने और स्वास्थ्य को मजबूत करने की अपील की है।
वे जिला स्तरीय समस्त रोग चिकित्सा एवं दंत स्वास्थ्य शिविर के संबंध में कलेक्ट्रेट छत्रपति सभागार में आयोजित बैठक में बोल रहे थे। जिला सर्जन डॉ. माधुरी थोराट जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दीपक सेलोकर डॉ. रेवती साबले डॉ. परवेकर एवं अन्य अधिकारी गण उपस्थित थे।
कलेक्टर ने कहा कि इस शिविर में अठारह वर्ष से अधिक आयु की सभी महिलाओं, माताओं और गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य परीक्षण के अलावा निवारक एवं उपचारात्मक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी और सुरक्षित एवं स्वस्थ स्वास्थ्य के लिए परामर्श भी प्रदान किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि इस अभियान की गतिविधियों से महिलाओं को अधिक से अधिक लाभान्वित करने के लिए आशा आंगनबाडी स्वास्थ्य कार्यकर्ता एवं सेवक घर-घर जाकर शिविर की जानकारी देंगे। साथ ही विशेष ग्राम सभाओं के माध्यम से जनजागरूकता पैदा की जाएगी।
नवरात्र के दौरान प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्तर पर प्रतिदिन माताओं एवं महिलाओं के जांच शिविर का आयोजन किया जाएगा। चिकित्सा अधिकारी स्वयं माताओं की जांच करेंगे और बीमार महिलाओं को जिला स्तर पर इलाज व आवश्यकतानुसार रेफर कर दिया जाएगा।
इस अभियान में नवविवाहित महिलाओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा, आशा और आंगनबाडी सेविका के पास उपलब्ध सूची के अनुसार महिलाओं और जोड़ों की स्क्रीनिंग की जाएगी, गर्भधारण पूर्व देखभाल और दिशा-निर्देश सभी को ऑनलाइन उपलब्ध कराए जाएंगे, इसके अलावा विशेष सोनोग्राफी शिविर भी लगाए जाएंगे।
इस अभियान के तहत नागपुर मंडल के भंडारा चंद्रपुर गढ़चिरौली गोंदिया नागपुर और वर्धा में कुल 17 शिविर लगाए जाएंगे।
