Published On : Mon, Mar 16th, 2020

आईकैड, तेलंग सर, फाले सर और प्रधान मैडम ने की नीट (NEET ) प्रशिक्षण संस्था की शुरुवात

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नागपुर- शहर में अभी चार कोचिंग क्लासेस के संचालको ने एक साथ आकर विदर्भ के नीट (NEET ) के विद्यार्थियों को आगे लाने की ठानी है. इसमें आईकैड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सारंग उपगन्लावर, तेलंग सर, फाले सर और प्रधान मैडम शामिल है. यह जानकारी सोमवार 16 मार्च को चारों की ओर से आयोजित पत्र परिषद् में दी गई. नीट (NEET ) की तैयारी के लिए सभी एक छत के नीचे आए है. इन शिक्षकों का कहना है की विदर्भ के बाहर से आकर यहां पर क्लासेस ली जाती है. जिसके कारण विद्यार्थियों का उनके पालक एडमिशन तो कर देते है. लेकिन शिक्षक यहां के नहीं होने के कारण वे ठीक ढंग से हमारे यहां के विद्यार्थियों को पढ़ा नहीं पाते. कई बार ऐसा होता है. कोर्स पूरा होने से पहले ही पढ़ानेवाले शिक्षकों को दूसरे इंस्टिट्यूट के संचालक ज्यादा वेतन देकर बुला लेते है. इससे सबसे ज्यादा नुक्सान इन विद्यार्थियों का ही होता है. ऐसा न हो. इस उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए विदर्भ के विद्यार्थियो को दो साल तक अच्छी कोचिंग मिले. इसलिए हम सब साथ साथ आए है.

आईकैड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सारंग उपगन्लावर ने कहा की 3 टॉप फैकल्टीज एकसाथ आयी है. यह विदर्भ के विद्यार्थियों के लिए एक बड़ी उपलब्धि है. उन्होंने कहा की विदर्भ के विद्यार्थी काफी टैलेंटेड है. जितने भी विद्यार्थी इन चारों के संस्थानों में पढ़े है. वह अभी उच्च संस्थानों में, कंपनियों में और विदेशो में नौकरियां कर रहे है. हमने निर्णय लिया था की सभी फैकल्टीज एक साथ आए तो विदर्भ के विद्यार्थियों को काफी लाभ होगा. उन्होंने कहा की हम सभी पढ़ानेवाले लोग है और हम कभी भी विद्यार्थियों की पढ़ाई का नुक्सान नहीं होने देंगे और बीच में छोड़कर जानेवाले हम नहीं है. शिक्षक फाले सर ने कहा की हमारे पास कई पालक आते है जो कहते है की लोकल टीचर नहीं होने की वजह से बच्चो को काफी परेशानी होती है. उन्हें कोई पहचानता नहीं है. बच्चो को उनके नाम तक नहीं पता होते. राजस्थान और दिल्ली से टीचर बुलाए जाते है. जिसके कारण विदर्भ के विद्यार्थियों को परेशानी होती है. इसलिए हमने एक साथ आने का निर्णय लिया है.

इस दौरान तेलंग सर ने कहा की यह निर्णय एक रात में नहीं हुआ है. बच्चो को समस्या होती है. इसी को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है. उन्होंने कहा की नागपुर में अब तक 30 से 35 इंस्टिट्यूट आकर चले गए. लेकिन हम 25 साल से कही नहीं गए. उन्होंने कहा की गरीब विद्यार्थियों को 100 परसेंट स्कॉलरशिप भी दी जाएगी.

सारंग उपगन्लावर ने कहा की 3डी टेक्नॉलजी से बच्चो को पढ़ाया जाएगा. यह क्लासेस नागपुर के लक्ष्मीनगर स्थित लोकमान्य तिलक भवन में आयोजित की जाएगी. हमारी साल की फ़ीस बहोत कम रखी गई है. विदर्भ के विद्यार्थियों को ध्यान में रखकर ही फ़ीस रखी गई है.