Published On : Sat, Jun 27th, 2020

इधर कोरोना और बॉयकॉट चाइना, उधर रोजाना सरकार बढ़ा रही है पेट्रोल डीजल के दाम

नागपुर– देश में कोरोना संक्रमण के कारण लोगों में चिंताजनक स्थिति बनी हुई है और हर रोज कोरोना नये नये रिकॉर्ड स्थापित कर रहा है. लेकिन सरकार और पेट्रोल कंपनिया लगातार पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोत्तरी कर रही है. लगातार 21वें दिन यानी आज (शनिवार) को एक बार फिर पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है. आज दिल्ली में पेट्रोल पर 25 पैसे प्रति लीटर और डीजल पर 21 पैसे प्रति लीटर इजाफा हुआ है. जिसके बाद राष्ट्रीय राजधानी में एक लीटर पेट्रोल के लिए आपको 80.38 रुपये और डीजल के लिए 80.40 पैसे चुकाने होंगे.

शुक्रवार को पेट्रोल पर 21 पैसे प्रति लीटर और डीजल पर 17 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई. नागपुर में पेट्रोल का 27 जून को पेट्रोल 87.03 रुपए और डीजल के लिए 77.44 रुपए देने होंगे. नागपुर में डीजल अब पेट्रोल के करीब पहुंच चूका है तो कई शहरों में पेट्रोल डीजल की कीमतें बराबर हो चुकी है.

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कई शहरों में पेट्रोल डीजल के भाव बढ़ने को लेकर विपक्षी पार्टियों की ओर से प्रदर्शन भी किया जा रहा है, नागपुर में भी प्रदर्शन किया गया है. देश की जनता पहले ही कोरोना संक्रमण को लेकर परेशान है, कई लोगों के इस कोरोना संक्रमण में जॉब छूट गए है, कई लोग बेरोजगार हो गए है, ट्रांसपोर्ट बंद या कम होने की वजह से यहां से वहां माल की ढुलाई भी कम हो गई है. ऐसे में इन सभी पर पेट्रोल-डीजल बढ़ाने का सीधे तौर पर असर होगा. आम आदमी, छोटी मोटी नौकरी कर अपना घर चलानेवाले लोगों पर इसका सबसे ज्यादा असर होगा.

अभी हमारे देश के 20 के करीब सैनिक चीन के साथ विरोध में शहीद हुए है. देशभर में बॉयकॉट चाइना प्रोडक्ट का नारा बुलंद किया जा रहा है. इसके लिए सोशल मिडिया पर अपीलें भी हो रही है. लेकिन ऐसे में देश को राहत देने की बजाएं लोगों को पेट्रोल-डीजल के माध्यम से उनकी जेब ढीली करना कहा का राष्ट्रवाद है.

2014 में अपने चुनावी मुद्दे में भाजपा ने पेट्रोल-डीजल का मुद्दा भी उठाया था. जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फोटो के साथ स्लोगन लिखा हुआ था. ‘ बहुत हुई जनता पर पेट्रोल -डीजल की मार ‘ अबकी बार मोदी सरकार ‘ . लेकिन इस नारे के बाद भी पिछले 6 सालों से देश के लोगों को पेट्रोल डीजल से राहत नहीं मिली है. यह नारा केवल नारा ही बनकर रहा गया है.

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