नदी नाले उफान पर , कई इलाकों में जलभराव , गांव का शहर से संपर्क टूटा
गोंदिया जिले में गत 3 दिनों से जारी भारी बारिश से तबाही का मंजर दिखाई दे रहा है । जिले की कई नदियां खतरे के निशान के ऊपर बह रही है, नदी नाले , नहर के कई फीट ऊपर पानी की वजह से लोगों का बुरा हाल हो गया है और सैकड़ों गांव का संपर्क शहर से टूट चुका है , कोरोना से परेशान लोगों को अब बाढ़ से भी बचाव करना पड़ रहा है।
गुरुवार रात से ही गोंदिया शहर सहित जिले के सभी 8 तहसीलों में भारी बारिश के कारण कई इलाकों में जलभराव हो गया है और फिलहाल बारिश से कोई राहत मिलती नजर नहीं आती , समाचार लिखे जाने तक भारी बारिश का दौर जारी है ।
इसी बीच मौसम विभाग के अलर्ट के चलते संभावित आपदा स्थिति पैदा होने को देखते हुए बचाव पथक दल की टुकड़ी नदी के पास स्थित कई गांव में तैनात हो गई है।
सड़क बह गई , यातायात ठप
गुरुवार रात से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण तिरोड़ा- तुमसर मार्ग पर बीसी नाला के निकट भूस्खलन हुआ जिससे डाबरी सड़क बीच से टूट गई और सड़क का एक बड़ा हिस्सा बाढ़ के तेज बहाव में बह गया लिहाज़ा इस मार्ग के दोनों छोर पर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लगी है।
बताया जा रहा है इस मार्ग के बीच पड़ने वाले बीसी नाले के ऊपर पुल बनाने का काम अपने अंतिम चरण में चल रहा है अस्थाई आवाजाही हेतु डांबरी सड़क बनाई गई थी जो बारिश के पानी के तेज बहाव में बह गई जिससे मार्ग बंद हो गया है।
शहर के निचले इलाके पानी में डूबे.
बारिश बाढ़ और तबाही का मंजर गोंदिया शहर में भी जारी है उत्तर को दक्षिण क्षेत्र को जोड़ने वाला रेलवे अंडर ग्राउंड मार्ग पर 4 फीट से ऊपर पानी जमा है ।जो लोग जान हथेली पर लेकर रेलवे अंडर ग्राउंड सड़क पार करने की चेष्टा कर रहे हैं या तो उनके वाहन बंद हो जाते हैं या फिर बीच मझधार में फंस जाते हैं। शहर की गलियों तक में पानी घुस आया है इसके अलावा गोंदिया शहर के तमाम निचले इलाके पानी में डूबे हैं लोगों के घरों में घुटने तक पानी जमा है लोग इससे बुरी तरह प्रभावित हैं
खतरे के निशान के ऊपर बह रही बाघ नदी
गोंदिया- बालाघाट मार्ग के रजेगांव घाट पर बने बाघ नदी के छोटे पुल के ऊपर कई फिट पानी बह रहा है इसलिए नदी किनारे रहने वाले आसपास के गांव के नागरिकों को सतर्क रहने की अपील जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से की गई है।
उसी प्रकार कई गांव कस्बों का जनजीवन उफनते नाले और नदियों की वजह से अस्त व्यस्त हो चुका है इन के निकट रहने वाले कई गांवों को बाढ़ ने अपनी चपेट में ले लिया है।
भजेपार -साकरीटोला (कन्हारटोला) मार्ग
भजेपार- बोरकन्हार मार्ग और भजेपार -अंजोरा , आमगांव- सालेकसा मार्ग बंद हो चुका है।
उसी प्रकार सालेकसा -तरखेड़ी साकरीटोला के मुख्य मार्ग पर पड़ने वाली नदी- नाले उफान पर बह रहे हैं जिससे सालेकसा- नान्हवा मार्ग ओर भजेपार- सालेकसा ( गांधी टोला ) मार्ग बंद है।
पुजारीटोला बांध के 12 गेट खोले गए
लगातार हो रही भारी बारिश के कारण जिले के जलाशयों का जलस्तर भी बढ़ रहा है।
शुक्रवार 21 अगस्त की सुबह 5 बजे पुजारीटोला बांध के 12 दरवाजे ( गेट ) 5 फीट ऊंचाई तक खोले गए और पानी की निकासी की गई जिससे बाघ नदी एवं वैनगंगा नदी के जलस्तर में प्रभावी रूप से वृद्धि होने की संभावना जताई जा रही है इसलिए जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से नदी किनारे रहने वाले गांव के नागरिकों को सतर्क और सजग रहने को कहा गया है।
रवि आर्य