Published On : Fri, Nov 10th, 2017

बापू की प्रतिमा का अपमानः ऐनक-लाठी तोड़ी, पैरों में डाली बेड़ियां, मुंह पर लपेटी काली जैकेट

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हमीरपुर:
जिला मुख्यालय हमीरपुर के गांधी चौक पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा के साथ अज्ञात लोगों ने छेड़छाड़ कर अहिंसा के पुजारी का अपमान किया है। गांधी चौक पर स्थापित महात्मा गांधी की प्रतिमा पर लगी ऐनक और लाठी को शरारती तत्वों ने तोड़ डाला।

मुंह पर काले रंग की जैकेट लपेटी और पैरों में बेडिय़ां डाली गईं। इसके अलावा स्मारक की दीवारों पर लगी पुरानी तस्वीरों को भी क्षति पहुंचाई गई। महात्मा गांधी की प्रतिमा पर लगाई फूलमालाएं भी बाहर सड़क पर फेंकी गईं।

वीरवार को विधानसभा के मतदान के बाद आधी रात को इस वारदात को अंजाम दिया गया। सूचना मिलते ही सुबह पौने दस बजे सबसे पहले एसडीएम हमीरपुर अरिंदम चौधरी मौके पर पहुंचे। उन्होंने पुलिस को फोन कर घटनास्थल पर बुलाया।

सीसीटीवी फुटेज से मिल सकता है सुराग

पुलिस ने सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के आरोप में अज्ञात के खिलाफ पीडीपी की धारा 3 के तहत मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। इसके साथ ही गांधी चौक पर विभिन्न शॉपिंग कांप्लेक्स, बैंकों के एटीएम की सीसीटीवी की फुटेज को भी मंगवाया गया है।

उधर, पुलिस अधीक्षक रमन कुमार मीणा ने कहा कि पुलिस ने सूचना मिलते ही मौके पर पहुंच कर मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ पीडीपी की धारा 3 के तहत मामला दर्ज किया है। सीसीटीवी फुटेज मंगवाई गई हैं, आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

17 साल पहले भी राष्ट्रपिता की प्रतिमा के कर दिए थे टुकड़े-टुकड़े

17 साल पहले भारत छोड़ो आंदोलन के दिन 9 अगस्त 2000 को भी गांधी चौक पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा को खंडित किया गया था। शरारती तत्वों ने महात्मा गांधी की प्रतिमा के टुकड़े-टुकड़े कर दिए थे।

करीब सवा महीना चले आंदोलन में उपायुक्त कार्यालय और पुलिस थाना का घेराव भी हुआ। उस वक्त प्रदेश में भाजपा की सरकार थी और प्रेम कुमार धूमल मुख्यमंत्री थे।

काफी दबाव के बाद एक कांग्रेस नेता को पुलिस ने गिरफ्तार किया। लेकिन गिरफ्तार किए गए व्यक्ति से पुलिस कुछ भी नहीं मिला। असली आरोपी तक पुलिस आज तक नहीं पहुंच पाई। न्यायालय में मामला गया और कांग्रेस नेता को बरी कर दिया गया।