Published On : Wed, Nov 22nd, 2017

बुटीबोरी में अधजला शव बरामद, शव अपहृत लॉटरी कारोबारी के होने का शक

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नागपुर: बूटीबाेरी थाने की जद में आने वाले पेटीचूहा क्षेत्र के जंगल में मंगलवार की रात अधजला शव बरामद हुआ। । पुलिस को संदेह है की यह शव लकडगंज थानांतर्गत अपहृत हुए लॉटरी कारोबारी राहुल आग्रेकर का हो सकता है। पुलिस ने मृतक के शव की पहचान के अपहृत हुए लॉटरी के युवा कारोबारी राहुल आग्रेकर के परिजनों को शिनाख्त के लिए मेडिकल अस्पताल में बुलाया गया। परिजनों को बूटीबोरी में घटनास्थल पर भी ले जाया गया । लेकिन शव का चेहरा आग से झुलसने के कारण पहचान करने में परेशानी हो रही है, जिसके चलते लॉटरी कारोबारी के परिजन भी उलझन में है।

हालांकि परिजनों ने बरामद शव राहुल का नहीं होने का दावा किया है। बुधवार को शव की पहचान के लिए परिजन मेडिकल अस्पताल पहुंचे थे, लेकिन शव अधजला होने के कारण उसकी शिनाख्त नहीं हो पायी। जिससे पुलिस अब शव का डीएनए टेस्ट करवाने की तैयारी में है। । पुलिस का कहना है की डीएनए टेस्ट और पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद ही मृतक के बारे में रहस्य उजागर हो सकेगा। इस प्रकरण को लेकर बूटीबाेरी और लकडगंज पुलिस भी उलझन में आ गई है , अगर यह शव राहुल का नहीं है तो फिर किसका है। हालांकि बूटीबोरी पुलिस को घटनास्थल से चप्पल, और \”आर’ नाम लिखा हुआ चाभी का कीचेन मिला है, इस कीचेन में लगी हुई 7 चाभियां भी मिली हैं। कीचेन पर आर नाम होने से पुलिस ने अंदेशा जताया है कि यह शव शायद राहुल आग्रेकर का हो सकता है।

हत्या के बाद शव को घटनास्थल पर ही जलाया गया
मंगलवार को बूटीबोरी थानांतर्गत पेटीचूहा क्षेत्र में जंगल की अोर जाने वाले मार्ग पर एक युवक का अधजला शव मिला। उसके शरीर पर जीन्स पैंट है। थाने के अधिकारी गिते सहयोगियों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस ने शव का पंचनामा िकया। उसके बाद उसे पोस्टमार्टम के िलए मेडिकल अस्पताल में भेज दिया गया । पुलिस को घटनास्थल से कुछ ऐसी वस्तुएं मिली, जिससे पुलिस को शक होने लगा िक यह अधजला शव नागपुर के इतवारी क्षेत्र से मंगलवार को अपहृत हुए लॉटरी कारोबारी का तो नहीं है। पुलिस ने शव काे मेडिकल अस्पताल भेजने के बाद लकडगंज पुलिस को सूचना दी। लकडगंज पुलिस ने राहुल के परिजनों को शव की शिनाख्त के लिए मेडिकल अस्पताल में बुलाया। मेडिकल अस्पताल में राहुल का बडा भाई जयेश आग्रेकर परिजनों, रिश्तेदारों व दोस्तों के साथ पहुंचा। शव को देखने के बाद उसने लकडगंज पुलिस से कहा िक वह शव राहुल का नहीं लग रहा है। बूटीबाेरी थाने के अधिकारी ने बताया िक शव को घटनास्थल पर ही जलाया गया। संभवत: उस पर कोई ईंधन डालकर जलाया गया है। घटनास्थल से पुलिस को कीचेन, चाभियों का गुच्छा के अलावा एक चप्पल मिली है। चप्पल देखने के बाद परिजनों ने कहा िक वह चप्पल राहुल की नहीं है।

ज्ञात हो की दारोडकर चौक निवासी राहुल सुरेश आग्रेकर विदर्भ में लॉटरी के बडे वितरकों में से एक हैं। लॉटरी का कारोबार राहुल ही संभाला करता था। राहुल का गत 21 नवंबर को रात के समय आरोपी दुर्गेश बोकडे ने अपने साथियों के साथ मिलकर अपहरण कर लिया था। इस बारे में राहुल के बडे भाई जयेश अाग्रेकर ने लकडगंज थाने में शिकायत भी दर्ज कराई है।

अपनी शिकायत में जयेश ने बताया की अपहरणकर्ता दुर्गेश बोकडे और उसके साथियों ने 1 परिवार से करोड रुपए की फिरौती मांगी। आरोपियों ने धमकी दी है की अगर इस बारे में िकसी को कुछ बताया तो हम तेरे भाई को मार डालेंगे। मामला दर्ज होने के करीब 24 घंटे बाद भी पुलिस कोई सुराग हासिल नहीं सकी।