नागपुर: शहर में इन दिनों कई बड़े पेड़ो को नियमो को ताक पर रखकर काटा जा रहा है. जिसके कारण कई पेड़ कट जाते है तो वही कई पेड़ इसमें बच भी जाते है. ऐसे ही सीताबर्डी के भिड़े रोड पर एक 200 साल पुराना पेड़ कटते कटते बचा है. ग्रीन विजिल के प्रयासों के कारण यह पेड़ अब सुरक्षित है. गुरुवार को सीताबर्डी के होटल गणराज के पास भिड़े रोड टेम्पल बाजार के निवासी घनश्याम पुरोहित ने नागपुर महानगरपालिका से 200 वर्ष पुराना पेड़ काटने की अनुमति मांगी थी. पुरोहित ने 22 मई 2017 को पत्र लिखकर मनपा को जानकारी दी थी की पुराना पीपल का पेड़ उनके घर की बगल में है. बारिश में यह पेड़ दुर्घटना का कारण बन सकता है. जिसके कारण इसे काटने की अनुमति उन्होंने मनपा से मांगी थी. इस पत्र के बाद उद्यान विभाग ने पेड़ की टहनिया काटने की अनुमति दी. लेकिन गुरुवार को पुरोहित ने पेड़ काटने के लिए एक ठेकेदार को बुलाया. ठेकेदार अपने मजदूरों के साथ घटनास्थल पर पंहुचा. स्थानीय लोग धार्मिक अवसरों पर इस पेड़ की पूजा करते है, जिसके कारण स्थानीय नागरिको ने इस पेड़ को काटने का विरोध किया.
इस घटना की जानकारी मिलते ही नागपुर महानगर पालिका और ग्रीन विजिल फाउंडेशन के सदस्य वहां पहुंचे. संस्था के सदस्यों ने पेड़ काटनेवाले और विरोध करनेवाले लोगों को समझाया. दस्तावेज देखने के बाद पता चला की केवल पेड़ की टहनिया काटने की ही अनुमति मनपा की ओर से दी गई थी. ग्रीन विजिल की मध्यस्थता के साथ ही यह समझौता हुआ की अब यह पेड़ नहीं काटा जाएगा.











