Published On : Tue, Dec 28th, 2021

सरकार हलाकान होगी कोराडी के प्रस्तावित पावर प्लांट स्थानांतरण से

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– कोराडी परिसर आवश्यक सुविधा उपलव्ध है

नागपुर : कोराडी की प्रस्तावित विधुत परियोजना को रामटेक तहसील मे स्थानांतरण की योजना अघाडी तिकडी सरकार के खिलाफ खासी चर्चा का विषय बन रहा हैl इससे आघाडी सरकार मे बैठे जनप्रतिनिधियों का निकम्मापन उजागर होता है

महाराष्ट्र शासन के वरिष्ठ अधिकारियों की अनभिज्ञता का नतीजा कोराडी के प्रस्तावित 660× 2 मेगावाट उत्पादन क्षमता की बिजली परियोजना को विवादास्पद स्थान रामटेक तहसील मे स्थानांतरण की चर्चा को लेकर आघाडी तिकडी सरकार की थू-थू होने लगी है?

तत्संबंध मे परियोजना विशेषज्ञों माने तो कोराडी पावर प्लांट परिसर मे विस्तारित पावर प्लांट निर्माण के लिए भरपूर जमीन उपलब्ध है,इसके अलावा यहां कोयला व यंत्र कलपुर्जे लाने लेजाने के लिए के लिए यहां ब्राडगेज रेलवे लाईनै ,हायवे रोड,नहर जलाशय भी मौजूद है, निर्माणाधीन बिजली स्टोरेज के लिए विधुत सब स्टेशन( विधुत सर्विस स्टेशन) और ट्रान्समिशन लाईने तथा राख बंधारा मौजूद हैl

इसके अलावा विधुत कर्मियों के लिए आवास कालोनी भी उपलव्ध है। यहां कोराडी विधुत परिसर में परियोजना निर्माण के लिए आवश्यक सुविधा उपलब्ध रहने के बावजूद भी यदि पावर प्लांट का असुविधायुक्त जगह पर परियोजना का स्थानांतरण किया जाता है तो सरकार को करोडों-अरबों रुपयों की चपत सहना पडेगा? इसलिए सरकार के नुमाइंदों ने सत्य परिस्थिती का अध्ययन,अवलोकन व आकलन करने के पश्चात विधुत परियोजना को आवश्यक सुविधा जनक जगह कोराडी मे ही पावर प्लांट का निर्माण कार्य को हरी झंडी देना समय की जरुरत हैl

रामटेक मे भी बिजली परियोजना का निर्माण जरुरी
महाराष्ट्र मे बढती हूई बिजली की मांग को देखते हूए रामटेक तहसील मे नई बिजली परियोजना निर्माण की मंजूरी प्रदान करने की आवश्यकता हैl सरकार करोडों अरबों रुपये आरक्षण करके जमीन करना पड़ेगा तब परियोजना निर्माण करना जरुरी है।क्योंकी महाराष्ट्र राज्य में प्रति दिन एक से डेढ मेगावाट विजली की मागं बढ रही हैl संपूर्ण महाराष्ट्र राज्य मे युद्ध स्तर पर मकान भवन,दुकान काम्पलेक्श व कल-कारखानो का निर्माण कार्य शुरु हैl

नतीजतन प्रति दिन 50 से 60 हजार नये बिजली कनेक्शन जोडने पड रहा हैl नतीजतन आने वाले 2024-2025 मे 25 हजार मेगावाट बिजली की आवश्यकता पडेगीl तदहेतु रामटेक तहसील के अलावा काटोल,बल्लारसा,पारस, वडसा देशाईगंज, गडचिरोली, और गोंदिया-भंडारा जिला मे भी नई बिजली परियोजनाओं का निर्माण जरुरी है? ताकि महाराष्ट्र राज्य को आवश्यकता अनुकूल भरपूर बिजली उपलब्ध होगी lवहां के स्थानीय सुशिक्षित बेरोजगार यूवाओं को रोजगार और नौकरियां उपलब्ध होगी, नतीजतन महाराष्ट्र के किसानो को भरपूर बिजली उपलब्ध होगीl परिणामतः कृषि फसल उत्पाद को बढावा मिलेगाl क्योंकी वर्तमान परिवेश मे बिजली मानव जीवन का पर्याय बन चुकी है?