गोंदिया। शारीरिक शुद्धि से लेकर आत्मज्ञान तक की यात्रा का एक व्यवस्थित मार्ग है योग। योग ,मानवता को एक सूत्र में पिरोने का माध्यम है इसलिए योग सिर्फ व्यायाम नहीं एक जीवन जीने की कला है लिहाज़ा घर के हर व्यक्ति को योग करना चाहिए इससे शारीरिक व मानसिक रूप से व्यक्ति स्वस्थ रहता है। उक्त आशय के उद्गार 11 वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस अवसर पर नगर योग उत्सव समिति गोंदिया द्वारा स्थानीय इंदिरा गांधी स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में जिलाधिकारी प्रजीत नायर , जिला पुलिस अधीक्षक गोरख भामरे व गणमान्य अतिथियों ने व्यक्त किए।
बता दें कि वर्ष 2015 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में इसे मान्यता दी और बहुत कम वक्त में 175 देश भारत के साथ इस योग यात्रा में जुड़ गए हैं यह मानवता के भले के लिए एक सामूहिक प्रयास है।
गोंदिया मे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के सुबह की शुरुआत शहर के अनेक स्थानों पर योग अभ्यास के साथ हुई ।
एकाग्रता बढ़ाने और शरीर को लचीला रखने में है लाभकारी
इस वर्ष की थीम रही ” योग से सह अस्तित्व की ओर ” जिसमें शारीरिक , मानसिक और सामाजिक संतुलन पर विशेष ध्यान दिया गया।
विभिन्न योग मुद्राओं के माध्यम से तनाव से गुजर रही जिंदगी को कैसे सहज और सरल बनाया जाए इस पर जोर दिया गया ।
चिकित्सक को और विशेषज्ञों का भी मानना है कि योग तनाव को कम करने , एकाग्रता बढ़ाने और शरीर को लचीला बनाए रखने में अत्यंत लाभकारी है , योग कई बीमारियों को ठीक करता है।नगर योग उत्सव समिति के कार्यक्रम में बड़ी संख्या में योग अभ्यर्थी इकट्ठा हुए और योग अभ्यास किया।
राधे राधे बलवान ग्रुप द्वारा योग अभ्यास
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस बड़े ही उत्साह और आनंद के साथ मनाया गया सिंधी कॉलोनी स्थित संत कंवरराम मैदान पर नियमित रूप से सुबह 7:30 बजे से प्राणायाम , योग , मेडिटेशन का आयोजन राधे-राधे बलवान ग्रुप द्वारा किया गया जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।
योग अभ्यास कार्यक्रम के आखिर में राष्ट्रगान के बाद कार्यक्रम की समाप्ति हुई सबने अल्पाहार का आनंद लिया।
गुजराती शाला में उत्साह से मनाया योग दिवस
यूं तो गुजराती शाला में नियमित रूप से योग अभ्यास कराया जाता है , लेकिन अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर उत्साह पूर्वक आयोजन किया गया , कार्यक्रम में शाला मैनेजमेंट , एनसीसी कैडेट्स , शालेय छात्र-छात्राएं , शिक्षकवृंद व कर्मचारी गण सहभागी हुए।
इस अवसर पर सूक्ष्म व्यायाम, ताड़ासन, त्रिकोणासन, भुजंगासन, अनुलोम विलोम, प्राणायाम, भ्रामरी प्राणायम, कपालभाती, आदि की जानकारी दी गई तथा उपरोक्त आसन करवाए गए।
रवि आर्य