Published On : Fri, Apr 16th, 2021

गोंदिया: ऑक्सीजन सिलेंडरों की समस्या का समाधान खोजा जाना चाहिए- नवाब मलिक

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जिले में कोरोना का प्रसार तेजी से फैल रहा है और जिला प्रशासन तथा स्वास्थ्य विभाग इसे नियंत्रित करने में पूरी तरह विफल रहे है। स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी के कारण जिले में निर्माण हुई विकट स्थिति पर नाराजगी व्यक्त करते हुए, संरक्षक मंत्री नवाब मलिक ने शुक्रवार 16 अप्रैल को आयोजित समीक्षा बैठक में आठ दिनों में सभी सुविधाएं प्रदान करने के निर्देश दिए। इस दौरान सांसद प्रफुल पटेल ने बुनियादी स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए संरक्षक मंत्री नवाब मलिक के साथ टेलीफोन पर विस्तृत बातचीत की। जिले में कोरोना का प्रकोप बढ़ने से ग्रामीण क्षेत्रों में मरीजों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है परिणामस्वरूप स्वास्थ्य सुविधाएं अपर्याप्त होने से ग्रामीण क्षेत्र के मरीजों को असुविधा न हो इसके लिए कोविड केयर सेंटरों तथा स्वास्थ्य विषयक सुविधाओं को बढ़ाने की मांग पूर्व विधायक राजेंद्र जैन ने पालकमंत्री के समक्ष रखी।

जिले में प्रतिदिन कोरोना संक्रमित रोगियों की संख्या बढ़ रही है नतीजतन, सरकारी और निजी अस्पतालों में भी जगह की कमी है, हालात यह है कि, मरीज को बिस्तर और इलाज के लिए इंतजार करना पड़ रहा है। जैसे-जैसे मरीजों की संख्या बढ़ेगी, वैसे-वैसे ऑक्सीजन की कमी भी होगी, इसलिए ऑक्सीजन तुरंत बढ़ाने की आवश्यकता है। चूंकि गोंदिया के शासकीय वैद्यकीय महाविद्यालय में केवल एक ही आरटी-पीसीआर परीक्षण प्रयोगशाला है इसलिए इस प्रयोगशाला पर दबाव बढ़ गया है, इसलिए मरीजों की जांच रिपोर्ट आने में विलंब होने से संक्रमितों की संख्या बढ़ने से इंकार नहीं किया जा सकता। इसलिए एक नई आरटीपीसीआर मशीन तुरंत खरीदी जानी चाहिए। यहां गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में 13,000 लीटर की क्षमता वाला ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट स्वीकृत किया गया है, इसके लिए जिला योजना समिति से 1 करोड़ 90 लाख रुपये का फंड भी मंजूर किया गया है, इसलिए अगर यह जल्दी शुरू होता है, तो जिले में ऑक्सीजन की समस्या नहीं होगी।

पिछले कुछ दिनों से रोगियों की संख्या बढ़ने के कारण रेमेडिसिवीर इंजेक्शनों की कमी हो गई है, इससे मरीजों का जीवन खतरे में पड़ गया है इसलिए, रेमेडिसिवीर इंजेक्शन की तत्काल आपूर्ति प्रदान की जानी चाहिए। सरकारी अस्पतालों में ऑक्सीजन बेड की संख्या बढ़ाने के लिए ऑक्सीजन कॉन्सर्टर्स की खरीद की जानी चाहिए। गोंदिया में एकमात्र सरकारी ब्लड बैंक में चिकित्सा अधिकारियों के लिए रिक्तियां हैं और आवश्यक सुविधाओं का अभाव है, इसलिए हमेशा खून की कमी होती है, तद्हेतु इस ब्लड बैंक का आधुनिकीकरण किया जाना चाहिए। अडानी बिजली परियोजना के सीएसआर फंड से ऑक्सीजन टैंक का निर्माण चल रहा है और इसे युद्धस्तर पर पूरा किया जाना चाहिए। केटीएस अस्पताल के डॉक्टरों के लिए होटल में ठहरने की व्यवस्था की जानी चाहिए। ऑक्सीजन समस्या के समाधान के लिए इसे भिलाई से भी जोड़ा जाना चाहिए , एैसी अनेक मांगों के संदर्भ में सांसद प्रफुल पटेल एंव पूर्व विधायक जैन ने ध्यानाकृषित किया। पालकमंत्री के साथ चर्चा के दौरान सभी दलों के विधायक और प्रतिनिधि मौजूद थे, उन्होंने यथासंभव हर स्तर पर सहयोग करने का आश्‍वासन दिया।

रेमेडिविर इंजेक्शन के स्टॉक को बढ़ाया जाए
कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ने पर रेमेडिसिवीर इंजेक्शन का स्टॉक बढ़ाने के निर्देश पालकमंत्री ने दिए। साथ ही जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाने के संदर्भ में सांसद प्रफुल पटेल ने मोबाइल पर पालकमंत्री से चर्चा की

डॉक्टरों के रिक्त पदों को तत्काल भरें
सरकारी मेडिकल कॉलेज और जिला सामान्य अस्पताल में डॉक्टरों और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के डेढ़ सौ पद खाली हैं, इससे कोविड की अवधि में स्वास्थ्य प्रणाली पर तनाव बढ़ गया है। ऐसे में जिले में विकट स्थिति की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। इसलिए, डॉक्टरों और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की रिक्तियों को तुरंत भरा जाना चाहिए।

टीकों की पर्याप्त आपूर्ति हो
कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है और टीकाकरण इसे रोकने का एक प्रभावी तरीका है। जिले में अब तक एक लाख नागरिकों का टीकाकरण किया जा चुका है। हालांकि, टीकों की आपूर्ति नहीं होने के कारण टीकाकरण अभियान में विराम लग रहा है। टीकाकरण अभियान को गति देने के लिए टीकों की पर्याप्त आपूर्ति की जानी चाहिए।

400 बेड के साथ एक कोविड केंद्र शुरू करें
जिले में कोरोना मामलों की संख्या लगातार बढ़ रही है। परिणामस्वरूप, सरकारी अस्पतालों में बिस्तरों की संख्या में कमी आ रही है। इसलिए, जिला कलेक्टर को निर्देश दिया जाना चाहिए कि वे तुरंत 400 बिस्तरों की कोविड केयर शुरू करें और इसके लिए निधि उपलब्ध कराया जाएगा।

तिरोड़ा उप जिला अस्पताल में बेड बढ़ाए जाएंगे
तिरोड़ा तहसील में कोविड रोगियों की संख्या बढ़ रही है और यहां उप-जिला अस्पताल में केवल 20 बिस्तर की सुविधा है, पालकमंत्री ने इसे 50 बिस्तरों तक बढ़ाने का निर्देश दिया। साथ ही कोरोना परीक्षणों को बढ़ाने के लिए आठ दिनों में एक नई RTPCR टेस्ट जांच मशीन खरीदने का भी निर्देश दिया।

रवि आर्य