मंत्रिमंडल के गठन में देरी यह लोकतंत्र में शासन प्रणाली के साथ खिलवाड़- निलेश धुमाल
गोंदिया: शिवसेना में मची उथल-पुथल के बाद पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे के आदेश पर अब निष्ठावान पदाधिकारी, जिला प्रमुख , जिला समन्वयक , उप जिला प्रमुख , गट प्रमुख, शाखा प्रमुख , उप शाखा प्रमुख , युवा सेना पदाधिकारी , महिला आघाड़ी पदाधिकारियों से ठाकरे को बिना शर्त समर्थन देने का प्रतिज्ञा पत्र लिखवाया जा रहा है , गोंदिया जिले में ऐसे सैकड़ों एफीडेविट तैयार किए जा चुके हैं, मकसद सिर्फ एक सुप्रीम कोर्ट में उद्धव ठाकरे की ओर से पार्टी पर पकड़ और सिंबल धनुष बाण पर अपनी दावेदारी को मजबूत करना है।
शिवसेना की तहसील स्तर पर मीटिंग और अन्य संगठनात्मक विषयों को लेकर विदर्भ संपर्क प्रमुख निलेश धुमाल यह गोंदिया जिले में पधारे आयोजित पत्र परिषद में जिला प्रमुख पंकज यादव , जिला समन्वयक सुनील लांजेवार , जिला उपप्रमुख तेजराम मोटघरे , युवा सेना नेता हर्षल पवार ,विधानसभा संपर्क प्रमुख बाला परब , ललित मोथा , टोकेश हरिणखेड़े , गुलशन मते , दिलीप गुप्ता , संजय शमशेरे , सुनिल रोकड़े , अनिल मेश्राम , विक्की बोमचरे आदि पदाधिकारियों ने पत्र परिषद में अपनी बात रखी।
राष्ट्रीय कार्यकारिणी में सह संपर्क प्रमुख का कोई पद नहीं होता- धुमाल
शिवसेना जिला संपर्क प्रमुख निलेश धुमाल ने कहा- पार्टी का जो आदेश आता है उसी हिसाब से जिला कार्यकारिणी का एफीडेविट लिया जा रहा है। जैसे शिवसेना थी वैसे ही है ? शिवसेना का जो मुख्य कैडर है वो वहीं पर है , सिर्फ उंगलियों पर गिनने लायक लोग अपने स्वार्थ के चलते शिंदे गुट में शामिल हुए हैं , किसी भी नेता के जाने से कोई फर्क नहीं पड़ता है इससे पहले भी पायली के पच्चास नेता शिवसेना से गए हैं और देख लो आज उनका अस्तित्व क्या है ?
राष्ट्रीय कार्यकारिणी में सह संपर्क प्रमुख का कोई पद नहीं होता ? राष्ट्रीय कार्यकारिणी में शिवसेना नेता , 32 उप नेता , जिला संपर्क प्रमुख , जिला प्रमुख ऐसे 281 जो बताया जा रहा है वह रहते हैं।
निलेश धुमाल ने कहा – सरकार गठन को लेकर हर दिन की देरी यह लोकतंत्र में शासन प्रणाली के साथ खिलवाड़ है ? जो 40 विधायक एकनाथ शिंदे के साथ गए हैं उन सब को लग रहा है कि मैं पक्का मंत्री बनूंगा ? लेकिन जैसे ही मंत्रिमंडल का गठन हो जाएगा वहां भी भगदड़ मचेगी , इसी डर से मंत्रिमंडल विस्तार में देरी हो रही है और यह जनता के साथ खिलवाड़ है अधिकारी वर्ग भी मंत्रिमंडल का गठन ना होने की वजह से काम नहीं कर पा रहे।
हमारे बाण चले गए लेकिन धनुष हमारे पास है ?
शिवसेना के जिला संपर्क प्रमुख निलेश धुमाल ने पत्रकारों के सवालों का जवाब देते कहा- अभी यह जो कार्यक्रम चल रहा है जो हलफनामा लिया जा रहा है वह सत्ता में वापस आने के लिए नहीं लिया जा रहा , शिवसेना पार्टी को जीवित रखने के लिए हम शिव सैनिकों का समर्थन हासिल कर रहे हैं हमारी ढाई साल मुख्यमंत्री के मांग थी , हमारा ढ़ाई साल एनसीपी- कांग्रेस के साथ पूरा किया। पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे ने अभी अपने स्टेटमेंट में कहा है- मेरे बाण तो चले गए लेकिन मेरे पास धनुष है ? इसलिए शिवसेना का तीर कमान शिवसेना के पास रहेगा।
गोंदिया नगर परिषद चुनाव में 10 से 12 सीटें जीतने का किया दावा
गोंदिया युवा सेना के जो पदाधिकारी थे जिन्होंने शिंदे गुट को अपना समर्थन दिखाया है वह 9 जून 2022 को ही अपना इस्तीफा राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य श्री कदम को पीडीएफ के माध्यम से भेज चुके थे और वो ही शिंदे गुट में शामिल हुए हैं और दो चार लोगों के जाने से कोई फर्क नहीं पड़ता। गोंदिया में जो 14 साल जिला प्रमुख रहे आज कार्यकर्ता बोल रहे हैं उन्होंने हम को वनवास में डाल दिया था हमको कहीं आगे नहीं आने देते थे।
जो दबे हुए थे वह अंकुर अब फूट रहे हैं तथा शिवसेना में बड़ी संख्या में लोग शामिल हो रहे हैं जितने शिवसेना से गए हैं उससे कहीं ज्यादा कार्यकर्ताओं ने आज शिवसेना में प्रवेश किया है। हम शिव सैनिकों को यहां जोड़ने आए हैं पार्टी को मजबूती देने आए हैं और शिवसेना उद्धव ठाकरे ही आगे लेकर जाएंगे पार्टी नेतृत्व ठाकरे के पास ही रहेगा।
शिर्डी लोकसभा , दिंडोरी लोकसभा , संभाजीनगर के अनेक विधानसभा क्षेत्रों में निष्ठा यात्रा आयोजित हुई है जिसमें शिवसैनिकों का , जनता का भरपूर प्रतिसाद आदित्य ठाकरे को मिल रहा है। आने वाले बीएमसी चुनाव जरूर उद्धव ठाकरे के लिए बड़ा इम्तिहान है और महाराष्ट्र में लोकल इलेक्शन भी होने वाले हैं बावजूद इसके अपनों के धोखे से जूझ रही शिवसेना एक बड़ी पार्टी के रूप में उभरेगी तथा गोंदिया नगर परिषद में भी 10 से 12 सीटें आने की हमें उम्मीद है।
रवि आर्य