Published On : Fri, May 29th, 2020

गोंदिया: ट्रेन टिकटों की कालाबाजारी करते दलाल पकड़ाया

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5 नग ई-टिकट, लैपटॉप के साथ धरा गया

गोंदिया । फर्जी यूजर आईडी से रेलवे के आरक्षित टिकट बनाने का काला कारोबार गोंदिया में खूब फल फूल रहा है ।
इसी के चलते हैं जब आम यात्री टिकट बुकिंग ऑफिस जाते हैं तो लंबी कतारों में लगने के बाद भी उन्हें रेलवे आरक्षण खिड़की से निराश होकर खाली हाथ वापस लौटना पड़ता है।

1 जून से ट्रेनें पटरी पर सरपट दौड़ने को बेकरार है तब ऐसे में रेलवे पुलिस ने भी दलालों के गुप्त ठिकानों की टोह लेकर उन पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है ।

पुख्ता जानकारी मिलने पर मंडल सुरक्षा आुक्त (रेसुब नागपुर) श्री ए.के. स्वामी के मार्गदर्शन में अपराध गुप्तचर शाखा गोंदिया (रेसुब) के प्रभारी निरीक्षक एस. दत्ता, प्रधान आरक्षक आर.सी. कटरे, आरक्षक एस.बी. मेश्राम की टीम ने 28 मई के शाम 4.30 बजे शास्त्री वार्ड स्थित यशोदा सभागृह के निकट अशोक नामक व्यक्ति के घर पर दबिश दी।

इस छापामार कार्रवाई के दौरान पुलिस ने जब व्यक्ति के घर में रखे लॅपटॉप सिस्टम को खंगाला तो स्वंय की फर्जी नाम से बनी पर्सनल यूजर आईडी से कुल 5 नग की ई-टिकट बरामद हुई।

पुलिस के मुताबिक उस व्यक्ति ने आईआरसीटीसी का अधिकृत एजेंट न होने के बावजूद मुनाफा कमाने की लालच में स्वंय की पर्सनल फर्जी आईडी से रेलवे की नार्मल ई-टिकट बनाने की बात कबूल की इसके लिए वह यात्रियों से किराया राशि के अतिरिक्त 100 से 150 रूपये का लाभ लेते हुए ग्राहकों को टिकट उपलब्ध कराता है।

आईआरसीटीसी में उक्त व्यक्ति के नाम से thee04, thee05, ashokgondi, ajays_2014 इस तरह फर्जी पर्सनल 4 अलग-अलग आईडी पायी गई।

पुलिस टीम ने 5 नग ई-टिकट जिनका मुल्य 10144 है तथा लेनोवा कम्पनी का लैपटॉप (कीमत 15 हजार) सहित कुल 25 हजार 144 रूपये के साहित्य का जब्ती पंचनामा पंच-गवाहों के समक्ष तैयार कर उक्त आरोपी को रेसुब क्राईम ब्रांच गोंदिया कार्यालय लाया गया तथा उचित कार्रवाई हेतु उसे गोंदिया रेलवे सुरक्षा बल के सुपुर्द किया गया है जहां उसके विरूद्ध रेल्वे अधिनियम की धारा 143 का जुर्म दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार किया गया है।

रवि आर्य