नगरसेवक लोकेश यादव की सूझबूझ व रेलवे पुलिस की तत्परता से मिला बैग
गोंदिया। भूलवश या जल्दबाजी में मुसाफिर अपना सामान ट्रेन में छोड़ देते हैं और ट्रेन से उतर जाते हैं लेकिन अक्सर देखने में मिलता है कि यात्री ऐसी स्थिति में खास कार्रवाई नहीं करते और छूट गए सामान की आस छोड़ देते हैं।
ऐसी परिस्थितियों में तत्परता दिखाते हुए गुम हुए सामान को कैसे हासिल किया जा सकता है इस बात की मिसाल पूर्व नगरसेवक लोकेश (कल्लू) यादव और उसकी नागपुर निवासी मित्र मंडली ने निभाई तथा सोने के जेवरात नगदी और कपड़े से भरे बैग को सुरक्षित हाथों तक पहुंचाने में मंगलवार 10 मई को सकारात्मक पहल की।
मामला कुछ यूं है कि….
गोंदिया के सिंधी कॉलोनी स्थित हेमू कॉलोनी चौक (नील गली निवासी ) बच्चूमल मखीजा का दामाद शुभम दलानी ( 26 , कालीमाटी, द्वारका नगर जबलपुर ) और बेटी यह 9 मई के रात 9: 40 बजे जबलपुर स्टेशन पहुंचे और रीवा- इतवारी एक्सप्रेस ट्रेन नंबर 11754 में सवार होकर गोंदिया आने को निकले।
मंगलवार 10 मई के सुबह 6:00 बजे ट्रेन गोंदिया प्लेटफार्म पर पहुंची , तब पास मौजूद सब सामान उतारा और घर चले गए । तब घर पहुंचने पर बेटी और दामाद ने देखा कि काले रंग का एक कॉलेज बैग ट्रेन में ही छूट गया है। तब तुरंत गोंदिया रेलवे पुलिस थाना पहुंचे और सामान ट्रेन में ही छूटने की जानकारी दी तथा बच्चूमल माखीजा ने अपने प्रभाग क्रमांक 14 के पार्षद लोकेश यादव को भी मामले से अवगत कराते मदद की गुहार लगाई जिसके बाद कल्लू यादव ने अपने नागपुर निवासी मित्र मंडली को सूचित किया और उन्हें इतवारी स्टेशन तुरंत पहुंचने को कहा।
इसी प्रकार गोंदिया रेलवे पुलिस ने इतवारी थाने को फोन पर सूचना दी जानकारी मिलते ही इतवारी थाना पुलिस स्टाफ ने भी ट्रेन में जाकर बैग के बारे में पता किया तब वह बैग B/4 कोच के अटेंडेंट शैलेंद्र उमाप्रसाद पटले के पास सुरक्षित पाया गया ।
कॉलेज बैग के भीतर 2 नग मंगलसूत्र , पेंडल जड़ित सोने की चेन , सोने की अंगूठियां , एक नग ब्रेसलेट , दो नग सोने के कान टॉप्स इन लाखों के आभूषणों के साथ ही नकदी 4650 रूपए , बेशकीमती कपड़े मौजूद थे।
इस बीच पूर्व नगरसेवक कल्लू यादव भी अपने वार्ड के व्यक्ति की मदद करने स्वयं इतवारी रेलवे स्टेशन पहुंचे , फरियादी शुभम नरेंद्रकुमार दलानी ( कालीमाटी द्वारका नगर , जबलपुर ) ने अपने उचित दस्तावेज दिखाए तथा खोये सामान का क्लेम किया गया, सारी कागजी कार्रवाई पूर्ण करने के बाद नियमों के हिसाब से रेलवे पुलिस ने आभूषण और नगदी भरे बैग को सुरक्षित हाथों में लौटा दिया।
इस दौरान मखीजा फैमिली ने ईमानदारी की मिसाल कायम करने वाले B/4 के कोच अटेंडेंट को स्वेच्छा से 5000 रुपए का इनाम दिया , साथ ही रेलवे पुलिस और पूर्व नगरसेवक लोकेश यादव के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की।
रवि आर्य