Published On : Mon, Jan 20th, 2020

गोंदियाः स्मार्ट चोर तो हत्यारा निकला

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फंसने के डर से उड़ाए गए पैसों को वह तत्काल बैंक खाते में जमा कर देता था

गोंदिया : ट्रेन में यात्रा करने वाले मुसाफिरों के बीच वह आम शरीफों की तरह रहता था और उसके लिबास व मीठे बोलबचन से किसी यात्री को यह जरा भी अहसास नहीं होता था कि, उनके साथ बोगी में सफर कर रहा यह व्यक्ति कोई शातिर अपराधी और उठाईगिर है। मौका मिलते ही वह अपने हाथ की सफाई दिखाते हुए यात्रियों के पर्स , नगदी पर हाथ साफ कर देता था।

मजे की बात यह है कि, उड़ाये गए रूपयों को यह शातिर अपने पास नहीं रखता था बल्कि पास के ही बैंक में जाकर वह उस रकम को अपने खाते में जमा कर देता था, लेकिन वो कहते है न कि अपराधी कितना ही चालाक और चतुर क्यों न हो? कभी न कभी कानून के हाथ उसके गिरेबान तक पहुंच ही जाते है।

गोंदिया रेलवे स्पेशल टॉस्क टीम ने एक एैसे ही शातिर को धरदबोचा है जिसकी जन्म कुंडली खंगालने पर अब खुद पुलिस हैरान है। इस आरोपी पर चोरी ही नहीं, कत्ल और हत्या के प्रयास जैसे कई संगीन अपराध भी दर्ज है और इसका नाम मध्यप्रदेश के जिला दतिया के पुलिस रिकार्ड में एक शातिर हिस्ट्री शिटर और भगोड़े के तौर पर दर्ज है।
गोंदिया रेलवे पुलिस अब इससे अपने गुनाहों का हिसाब चुकता करने के बाद इस शातिर को उत्तर प्रदेश पुलिस के सुपुर्द करने की तैयारी कर रही है।

गौरतलब है कि, गोंदिया रेलवे स्टेशन व चलती ट्रेनों में बढ़ती चोरी, पॉकेटमारी व उठाईगिरी जैसी घटनाओं के मुद्देऩजर द.पू.म. रेलवे के मंडल सुरक्षा आयुक्त (रेसुब नागपुर) आशुतोष पांडेय एंव सहायक सुरक्षा आयुक्त ए.के. स्वामी के निर्देशन तथा गोंदिया रेसुब के प्रभारी निरीक्षक नंद बहादूर के मार्गदर्शन में स्पेशल टॉस्क टीम द्वारा हर संदिग्ध गतिविधि पर विशेष ऩजर रखी जाती है।

१९ जनवरी को टीम के उपनि. विनेक मेश्राम, प्रधान आरक्षक जी.आर. मड़ावी, राजेंद्र रायकवार, आरक्षक नासिर खान सी.सी.टी.वी फुटेज आदि को खंगालते हुए आरोपियों की निगरानी व पतासाजी में जुटे थे। इसी दौरान दोपहर १२ बजे प्लेटफार्म नं. ३ व ४ पर एक संदिग्ध उन्हें आने-जाने वाली गाड़ियों की बोगी में उतरने-चढ़ने वाले यात्रियों की भीड़ का फायदा उठाकर उनकी जेब काटता हुआ दिखायी दिया, जिस पर टॉस्क टीम ने तत्काल एक्शन लेते हुए उसका पीछा किया तो उक्त व्यक्ति यह चुराए गए मनी पर्स से निकली नगदी रकम को गोंदिया शहर स्थित एसबीआई ग्राहक सेवा केंद्र में जमा करने के बाद वापस रेलवे स्टेशन पहुंचा और पुनः ट्रेन क्र. १२१३० आजाद हिंद एक्सप्रेस की जनरल बोगी में यात्रियों की भीड़ के बीच बैठ गया।

टास्क टीम ने भी उक्त व्यक्ति पर लगातार अपनी ऩजर बनाये रखी, जैसे ही संदिग्ध नागपुर स्टेशन पर उतरा , टास्क टीम ने उसे घेर लिया और पूछताछ शुरू की। उसने अपना नाम पटेल उर्फ पहाडसिंह वल्द तिजू अहिरवार (४५ रा. कांजीपाठा, पो. भांण्डेर जि. दतिया मध्यप्रदेश) बताकर पुलिस को गुमराह करने लगा लिहाजा उसे गोंदिया लाया गया और लगातार पूछताछ की गई तथा सीटीटीवी फुटेज में भी उसके हुलिए का मिलान किया गया जो १६ जनवरी को इंटरसिटी एक्सप्रेस में एक यात्री का मनी पर्स चुराते हुए हुबहु वैसा ही व्यक्ति पाया।

प्राथमिक जांच में यह बात सामने आयी कि, उक्त व्यक्ति टिकट लेकर और बगैर टिकट के अलग-अलग राज्यों में यात्री बनकर ट्रेनों में भीड़ भाड़ के बीच यात्रियों के जेब से पर्स, नगदी आदि साफ करता है और तुरंत ही सुविधा बैंक में जाकर अलग-अलग खातों में नगदी जमा करवा देता था।

तलाशी के दौरान आरोपी के पास से अलग-अलग खातों व नामों की बैंक रसीद , डायरीयां तथा अलग-अलग यात्रा टिकट भी बरामद हुई।

कड़ी पूछताछ में आरोपी ने बताया कि, मध्यप्रदेश के दतिया जिले के उन्नाव थाने में धारा ३०२, ३०७ के मामलों में सजा याफ्ता है और उन्नाव पुलिस द्वारा उसकी सरगर्मी से तलाश की जा रही है। जब गोंदिया पुलिस ने उन्नाव पुलिस से टेलिफोनिक समन्वय किया तो पता चला उक्त आरोपी का गिरफ्तारी वारंट जारी हो चुका है।

पुलिस के मुताबिक आरोपी यह शातिर किस्म का अपराधी है जो अलग-अलग राज्यों में साफ-सुथरी छबी बनाकर यात्रियों के पर्स-नगदी आदि चोरी कर देता था।

गोंदिया शाखा रेलवे पुलिस में १७ जनवरी को १२/२०२० तथा १३/२०२० की धारा ३७९ के तहत दर्ज २ मामले है। उसके पास से अलग-अलग नाम की ४ बैंक रसीद, अलग-अलग तिथी के कई यात्रा टिकट तथा नगदी १५५० रूपये बरामद हुए।

अब इस आरोपी पर कार्रवाई हेतु रेलवे पुलिस ने दतिया पुलिस से संपर्क साधा है तथा उसके गुनाहों का हिसाब चुकता करने के बाद उसे उन्नाव पुलिस के सुपुर्द किया जाएगा।

रवि आर्य