गोंदिया | स्थानीय स्वशासन निकाय (महानगर पालिका/ नगर परिषद ) चुनाव को अब 3 महीने का वक्त ही विशेष बचा है लिहाजा चुनावी तैयारीयों को लेकर राजनीतिक हलकों में हलचलें तेज़ हो गई है।
इसी बीच एनसीपी (अजित पवार गुट) के कद्दावर नेता राज्यसभा सांसद प्रफुल्ल पटेल ने गोंदिया से एक नया नारा दिया है “चलो अकेले चलते हैं” ।
इस नारे ने महागठबंधन की अंदरूनी राजनीति में नई हलचल पैदा कर दी है , जिससे गठबंधन मे सियासी भूचाल मचा है।
गोंदिया दौरे पर पहुंचे राष्ट्रवादी कांग्रेस नेता प्रफुल पटेल ने प्रेस वार्ता में साफ किया कि- महानगरपालिका /नगर परिषद चुनाव स्थानीय स्तर के होते हैं , कार्यकर्ताओं की भावनाओं को देखते हुए यह चुनाव हमें अलग से लड़ना चाहिए, ताकि पार्टी के सभी
कार्यकर्ताओं को उचित न्याय ( मौका ) मिल सके।
प्रफुल्ल पटेल बोले- बड़े लोकसभा- विधानसभा चुनावों में महागठबंधन संभव है, लेकिन इन छोटे चुनावों में हम अकेले चलेंगे।
“चलो अकेले चलते हैं ” नारे के पीछे असल रणनीति क्या है ?
प्रफुल्ल पटेल का यह बयान गोंदिया जिले के ग्रामीण इलाकों और महानगर पालिका , नगर परिषद व नगर पंचायत की राजनीति में खासा असर डाल सकता है।
गांव-गांव में यह चर्चा का विषय बना हुआ है कि आखिर “चलो अकेले चलते हैं” नारे के पीछे असल रणनीति क्या है और जिले की सभी नगर परिषद और नगर पंचायतों पर क्या एनसीपी का फोकस रहेगा ?
मानवीय संवेदनाओं को प्राथमिकता , एक महीने का वेतन करेंगे दान- प्रफुल्ल पटेल
बाढ़ राहत कार्यों में तेजी लाने और प्रभावित नागरिकों की मदद करने की शरद पवार की अपील पर प्रतिक्रिया देते हुए पटेल ने कहा- पवार साहब ने जो कहा बिल्कुल सही है।
मुख्यमंत्री, दोनों उपमुख्यमंत्री और मंत्री प्रभावित इलाकों का दौरा कर रहे हैं , सरकार का लक्ष्य है कि जल्द से जल्द नागरिकों तक मदद पहुँचे।
मानवीय संवेदनाओं के मद्देनजर एनसीपी (अजित पवार गुट) के सभी विधायक और मंत्री एक महीने का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में दान करेंगे ऐसा ऐलान भी आयोजित पत्र परिषद में प्रफुल्ल पटेल ने किया।
रवि आर्य