गोंदिया जिले के अर्जुनी मोरगांव तहसील के वार्ड क्रमांक 5 स्थित घर में रिश्तेदारों की चहल-पहल , ढोल नगाड़ों की गूंज और हर तरफ खुशियों का माहौल था , लेकिन इन सबके बीच मोबाइल फोन पर आई एक सूचना ने पूरी कहानी बदल दी।
26 दिनों की छुट्टियां समाप्त होने से पहले ही आकाश ओमप्रकाश सहारे ( उम्र- 32 ) को सैन्य मुख्यालय से तुरंत रिपोर्ट करने का संदेश मिला।
गया ( बिहार ) सेना मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारी से आदेश था कि छुट्टी रद्द की जाती है तत्काल ड्यूटी पर लौटें ?
देश और सीमा पर बढ़ते तनाव के बीच सरहदों की हिफाजत के लिए अपने वचन (शपथ ) और अपनी वर्दी दोनों के प्रति निष्ठावान रहते हुए कोबरा बटालियन में कांस्टेबल जीडी के पद पर कार्यरत आकाश सहारे ने चेहरे पर बिना कोई शिकन लिए अपने साले की शादी के 1 दिन पहले ड्यूटी लौटने का निर्णय यह कहते हुए लिया कि – शादी तो होती रहेगी… देश से बढ़कर कुछ नहीं ? इस वाक्य के साथ बैग उठाया और रेलवे स्टेशन की ओर रवाना हो गए।
गर्मी सिर्फ मौसम से नहीं बल्कि देशभक्ति के जोश में भी तप रही
बता दें कि भारत-पाकिस्तान सीमा पर युद्ध जैसे हालात बने हुए हैं ऐसे समय में सरकार ने सभी सैनिकों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं हर सैनिक को तत्काल ड्यूटी पर लौटने का आदेश दिया गया है इसी आदेश के तहत 2014 में सेना में भर्ती हुए तथा वर्तमान में 205 कोबरा बटालियन में कांस्टेबल जीडी के पद पर कार्यरत आकाश ओमप्रकाश सहारे इनका मुख्यालय बिहार राज्य के ” गया ” में है वह अपने साले की शादी में शामिल होने के लिए गोंदिया जिले के अर्जुनी मोरगांव में पहुंचा था , आकाश के साले की शादी रविवार 11 मई के रात हो रही है जब घर पर मेहमानों की चहल कदमी थी , ढोल नगाड़ों की गूंज थी इसी बीच घर का हर सदस्य शादी के जश्न की तैयारियों में व्यस्त था तभी शुक्रवार 9 मई के शाम महत्वपूर्ण संदेश आया आकाश को तुरंत ड्यूटी पर रिपोर्ट करने का निर्देश दिया गया ।
अधिसूचना प्राप्त होने पर देशभक्त सैनिक आकाश ने दृढ़ संकल्प लिया और देश को प्राथमिकता देते हुए शादी तो होती रहेगी पर वे अपने कर्तव्यों से पीछे नहीं हट सकते ? यह कहते हुए बिना किसी हिचकिचाहट के साथ शनिवार 10 मई को गांव से साले की बारात बीच में ही छोड़ ड्यूटी पर मोर्चा संभालने निकल पड़े ।
गर्मी सिर्फ ..मौसम से नहीं बल्कि देशभक्ति की जोश में भी तप रही है , आकाश ने जो काम किया है वह हर युवा देशभक्त के लिए प्रेरणादायक है।
रवि आर्य