Published On : Mon, May 11th, 2020

गोंदिया: पुणे में फंसी 32 महिला श्रमिकों की घर वापसी

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संसद प्रफुल्ल पटेल और उनकी टीम ने जो कहा , वह कर दिखाया

गोंदिया: अपने घर से सैकड़ों किलोमीटर दूर गोंदिया जिले के कई शिक्षित बेरोजगार , मजदूरी और नौकरी के सिलसिले में पुणे और उसके आसपास बघोली , सनसवाड़ी , शिरूर यहां स्थापित उद्योग और कारखानों में काम करते हैं। लाकडाउन के कारण फैक्ट्रीयां और उद्योग बंद होने से इन कारखानों में काम करने वाले हजारों श्रमिकों का रोजगार छिन गया है।

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जिले की 32 महिला श्रमिक घर वापसी के लिए गत 2 माह से बेचैन थी लेकिन वहां से घर लौटने का कोई रास्ता नहीं निकल पा रहा था।

इन श्रमिकों का रोजगार और पास के रुपए खत्म हो चले थे और भविष्य अनिश्चितता के अंधेरे में था लेकिन आखिरकार सूरज की एक किरण निकली और इनकी घर वापसी आज 11 मई सोमवार को सांसद प्रफुल पटेल , राज्य के गृहमंत्री तथा जिले के पालकमंत्री अनिल देशमुख , गोंदिया जिलाधिकारी कादंबरी बलकवड़े , पुलिस उपमहानिरीक्षक (मुंबई साइबर सेल ) हरीश बैजल , संतोष देशमुख तथा शिकरापुर के पुलिस निरीक्षक सदाशिव शेल्लार के संयुक्त प्रयासों से मुमकिन हो पाई।

सानसवाड़ी से गोंदिया के लिए बस चली तो इन 32 महिला श्रमिकों के चेहरों पर घरों को लौटने और परिजनों से मिलने की खुशी साफ झलक रही थी मगर रोजगार को लेकर एक चिंता भी नजर आई।

किसने मदद की , कैसे मुमकिन हुआ?
हमने बस में मौजूद तिरोड़ा निवासी महिला श्रमिक जयश्री साठवने से बात की।
उन्होंने बताया पूना के शिरूर तहसील के सनसवाड़ी स्थिति ऐजाकी कंपनी जो फोर व्हीलर वाहनों की वायरिंग और हार्नेस बनाती है इस कंपनी में काम करने वाली गोंदिया जिले की 10 लड़कियां तथा पॉलीवन कंपनी जो स्लाइन वगैरह मेडिकल सामान बनाती है इस कंपनी में काम करने वाली गोंदिया की 22 लड़कियां इस तरह कुल 32 लड़कियां पिछले 2 माह से लाक डाउन के चलते फैक्ट्री और कारखाने बंद पड़ जाने से सनसवाड़ी में फंस के रह रही थी। इस दौरान हमने और हमारे परिजनों ने कई नेताओं से गुहार लगाई और मदद मांगी लेकिन हर प्रयास नाकाफी साबित हुआ , इसी बीच 2 दिन पूर्व शिकरापुर के पुलिस निरीक्षक सदाशिव शेल्लार ने आकर हम लड़कियों को बताया कि पुलिस उपमहानिरीक्षक हरीश बैजल साहब ने आप सभी को गोंदिया भेजने की व्यवस्था करने को मुझे कहा है मैं प्रयासरत हूं एक-दो दिनों में बस की व्यवस्था हो जाएगी ?

इसी दौरान सांसद प्रफुल्ल पटेल के गोंदिया राष्ट्रवादी कांग्रेस जनसंपर्क कार्यालय से उनके पीए. रामानी की ओर से जानकारी देते राष्ट्रवादी कार्यकर्ता सौरभ रोकड़े ने हमें बताया किसी को भी एक पैसा नहीं लगेगा , शिरूर के राष्ट्रवादी विधायक अमोल कोल्हे भी बस व्यवस्था हेतु प्रयासरत हैं आप सब गोंदिया पहुंच जाओगे निश्चिंत रहो बस की जल्द व्यवस्था हो जाएगी ?

आज संसद प्रफुल्ल पटेल , पालक मंत्री अनिल देशमुख , जिलाधिकारी डॉ. कादंबरी बा्लकवड़े का भी हम आभार व्यक्त करते हैं कि उन्होंने हमें हजारों किलोमीटर दूर से अपने घर वापस लाने हेतु हमारी मदद की।

बस में भोजन के साथ फल और पानी की बोतलें दी गई
बताया जाता है कि गोंदिया लौट रही स्वाती भिमेश्‍वर पटले (मु.पो. अर्जुनी, त. तिरोड़ा), वैशाली हौशीलाल पटले (अर्जुनी, त. तिरोड़ा), शुभांगी ब्रिजलाल लिल्हारे (रा. मांडवी त. तिरोड़ा), जयश्री बलीराम साठवने (गराडा त. तिरोड़ा), पुजा राधेश्याम मेश्राम (घाटकुराडा त. तिरोड़ा), गंगा राधेश्याम उईके (देवरी), आंचल सुनील धमगाये (चिरेखानी त. तिरोड़ा), प्रिती प्रेमलाल ताराम (देवरी), पायल उमराव गजभिये (गोंडमोहाड़ी त. तिरोड़ा), प्रतिमा देवदास कुंभरे (आलेझरी त. तिरोड़ा), शालिनी शोभेलाल सोनवाने (कवलेवाड़ा त. तिरोड़ा), उषा अशोक रहांगडाले (बिर्सी त. तिरोड़ा), स्वाती खुशालदास कांबड़े, (बोरगांव त. साकोली जि. भंडारा), भुमेश्‍वरी भिवराज देशकर (वड़ेगांव त. गोंदिया), खुशबु सेवकराम मेश्राम (कारूटोला त. तिरोड़ा), प्रियंका ताराचंद भलावी (खडकी त. तिरोड़ा), मोनिका भाग्यवान बंसोड़ (कटंगीकला त. गोंदिया), प्रतिमा राजेश्‍वर ठाकरे (बालापूर त. तिरोड़ा), मोनिका सुखराम राऊत (सालेकसा), शालु बालकृृष्ण मरघड़े (अत्री त. तिरोड़ा), कुंजलता श्यामकिशन खुडसिंगे (सिंधीटोला त. तिरोड़ा), शालु गोपीचंद मरधड़े (अत्री त. तिरोड़ा), अनिता दिलीप भाजीपाले (सोनुली त. तिरोड़ा), विमला सहेसराम नागपुरे (सोनपुरी त. सालेकसा), संतोषी ग्यानीराम मच्छिरके (मु. सोनपुरी), अरूणा ओमप्रकाश मोहारे (पानगांव, त. सालेकसा), अनिता जियालाल लिल्हारे (पिपरिया त. तिरोड़ा), प्रगती अर्जुन मुटकुरे (मांडवी त. तिरोड़ा), विदया शोभेलाल सोनवाने (चुल्हाड़ त. तुमसर जि. भंडारा), अर्चना बेनिराम बिसेन (वड़ेगांव त. तिरोड़ा), दुर्गा प्रकाश मोहनकर (मु.पो. तिरोड़ा) इन सभी 32 महिला श्रमिकों को बस में भोजन के साथ फल और पानी की बोतलें भी दी गई।
इनके चेहरों पर घर लौटने की खुशी और परिजनों से मिलने की चाहत , चेहरे पर साफ झलक रही थी, मगर रोजगार को लेकर चिंता भी नजर आई।

सांगली से 18 प्रवासी मजदूरों की एसटी बस द्वारा घर वापसी
गौरतलब है कि महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री एड. अनिल परब ने श्रमिकों , कामगारों ,विद्यार्थियों और जो दर्शनार्थी विभिन्न शहरों में फंसे हुए हैं उन्हें उनके घर तक पहुंचाने के लिए कुछ नियम और शर्तों के साथ एसटी महामंडल की मुफ्त बस सेवा शुरू करने का निर्णय किया है ।
इसी के तहत आज सोमवार 11 मई को सांगली से गोंदिया- भंडारा जिले के लिए 18 प्रवासी मजदूरों की घर वापसी सांसद प्रफुल्ल पटेल के प्रयासों से संभव हुई है।

रवि आर्य

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