गोलमाल है भाई सब गोलमाल है
गोंदिया । अगर आप भी घर पर सिलेंडर मंगवाते हैं , तो सावधान हो जाइए आपको नुकसान झेलना पड़ रहा है । हमारे -आपके घरों में आने वाले एलपीजी गैस सिलेंडर से 1 से 2 किलो तक गैस की चोरी हो रही है।
आम आदमी सिलेंडर का दाम तो पूरा चुका रहा हैं लेकिन उसे वजन पूरा नहीं मिलता क्योंकि घर सिलेंडर पहुंचाने वाले गाड़ी चालकों (सर्विस मैन) तथा बिचौलियों ने आपसी सांठगांठ कर ली है।
आज गुरुवार 16 अप्रैल के दोपहर मरारटोली क्षेत्र के बसंत नगर इलाके में स्थित निककू लिलहारे (बसंत नगर ) इनके गोदाम के भीतर गत 6 माह से चोरी छिपे चल रहे इस अवैध धंधे का उस वक्त पर्दाफाश हुआ जब मुखबिर से मिली पुख्ता जानकारी के बाद स्थानिक अपराध शाखा पुलिस दल(एलसीबी) ने यहां छापामार कार्रवाई करते हुए अरविंद गैस एजेंसी (गणेश नगर ) इनके 3 मालवाहक टेंपो तथा इनके ड्राइवर- कंडक्टर तथा निक्कू लिलहारे के 2 नोकर सहित कुल 12 लोगों को धर दबोचा और मौके से 120 सिलेंडर, दो इलेक्ट्रिक मोटर , इलेक्ट्रिक मोटर में जोड़ने वाले 4 रेगुलेटर पाइप , 2 वजन तराजू कांटे इस तरह कुल 14 लाख 81 हजार 996 रुपए का माल बरामद करते हुए पकड़े गए आरोपियों को हवालात पहुंचा दिया है।
मोटर के माध्यम से एक सिलेंडर से दूसरे सिलेंडर में गैस ट्रांसफर
तेल कंपनियों ने घटतौली रोकने के लिए प्रत्येक सिलेंडर में प्लास्टिक की सील लगाना अनिवार्य किया है लेकिन इसका कोई असर नहीं हो रहा ।
हिंदुस्तान पैट्रोलियम (एचपी गैस) के अरविंद गैस एजेंसी ( गणेश नगर ) इस डीलर के गोदाम से प्रत्येक मालवाहक में 40 सिलेंडर भरकर निकलने वाली गाड़ियां सर्विस मैन द्वारा पहले बसंत नगर के इसी गुप्त ठिकाने पर पहुंच दी जाती थी जहां प्रत्येक सिलेंडर से 1 से 2 किलो गैस गायब कर घरों तक पहुंचते-पहुंचते सिलेंडरों से प्लास्टिक की सील फटी हुई या फिर गायब मिल रही थी।
यह धंधेबाज भरे सिलेंडर में लगे लोहे के तार को थोड़ा पुश करते हुए इलेक्ट्रिक मोटर के सहायता से भरे सिलेंडर में रेगुलेटर पाइप फंसाकर दूसरे खाली सिलेंडर में गैस ट्रांसफर करते हुए महज 1 मिनट के भीतर गैस चोरी कर लेते थे तथा इस चोरी किए हुए गैस से अन्य सिलेंडर तैयार कर उन्हें खुले बाजार में जरूरतमंदों को अधिक दामों पर बेचकर मुनाफा कमा रहे थें ।
शहर से आए दिन रसोई गैस सिलेंडरों में घटतौली की शिकायतें मिल रही थी , बावजूद इसके इसी इमारत में जिस सहायक आयुक्त अन्न औषधि प्रशासन विभाग के कार्यालय का का दफ्तर रहा है उसकी नींद नहीं टूटी ?
सूत्रों से प्राप्त जानकारी अनुसार एक गाड़ी चालक जिसका वेतन महज 6 से 7 हजार रुपए प्रतिमाह है वह रोज 2000 रूपए डेली डिपाजिट द्वारा बैंक खाते में जमा कर रहा था तथा उसी गाड़ी में चलने वाले उसके साथीदार के साथ उसका झगड़ा हुआ जिसपर उसने उसे अपनी गाड़ी पर से हटा दिया , लिहाजा खुन्नस में उसने इस रैकेट की जानकारी पुलिस को दे दी और अब 12 लोग हवालात के पीछे पहुंच चुके हैं पकड़े गए आरोपियों मे टेंपो क्रमांक MH 46 /D-5872 का चालक विकेश फुंडे ( संजय नगर ) इसका सहयोगी आकाश शेंडे ( शास्त्री वार्ड ) दूसरे वाहन क्रमांक MH35 /k- 4959 का ड्राइवर राजू भोंगाडे ( संजय नगर ) व उसके दो सहकर्मी राहुल बागड़े ( संजय नगर ) विनोद बोरकर ( गोरेगांव) तीसरे वाहन क्रमांक MH35/AJ- 1273 का ड्राइवर महेंद्र शिवनकर ( गोंदेखारी ) उसके दो सहयोगी राजू नेवारे ( श्रीनगर )सोनू मेश्राम ( मुंडीपार )निक्कू लिल्हारे के यहां काम करने वाला काम करने वाले दो नौकर प्रदीप शरद मेंढे (छोटा गोंदिया) इंद्रकुमार नारंगी लाल नागपुरे (गणेश नगर) इन आरोपियों के खिलाफ रामनगर थाने में फरियादी आपूर्ति निरीक्षक वैभव तोंडे के शिकायत पर जीवन आवश्यक वस्तु अधिनियम ( EC act ) की विभिन्न धाराओं के तहत जुर्म दर्ज किया गया है ।
इस छापामार कार्रवाई को जिला पुलिस अधीक्षक मंगेश शिंदे तथा अपर पुलिस अधीक्षक अतुल कुलकर्णी के मार्गदर्शन में सहायक पुलिस निरीक्षक रमेश गरजे , उपनिरीक्षक- तेजेंद्र मेश्राम , पुलिसकर्मी सुखदेव राउत , विजय रहांगडाले , लिलेंद्र बैस , चंद्रकांत करपे , भुवरलाल देशमुख , भुमेश्वर जगनाड़े , मधुकर कृपाण , चितरंजन कोड़ापे ,रेखलाल गौतम , विनोद गौतम ने सफलता पूर्वक अंजाम दिया।
रवि आर्य