गनीमत रही कि कोई कर्मचारी अंदर नहीं फंसा , जनहानि टली
गोंदिया: शहर के गोरेलाल चौक निकट (श्री टॉकीज रोड ) स्थित ए टू झेड सेल में भीषण आग लग गई। आग की उठती लपटें और धुएं का गुबार शहर में दूर दूर तक देखा गया जिससे कोहराम मच गया। बताया जा रहा है कि इलेक्ट्रिक मीटर का मेन स्विच बंद कर होली ( धुलीवंदन’) का त्यौहार मनाने सभी कर्मचारी अपने गांव ( घर ) चले गए थे इस दौरान इनवर्टर के कनेक्शन को वे बंद करना भूल गए ।
शार्ट सर्किट से आग लगने के बाद अंगार ऊपरी मंजिल से नीचे आई इस दौरान ए टू जेड के शटर को बाहर से ताला लगा था नतीजतन आग विकराल होती चली गई। आग की लपटें इतनी तेज थी कि उसकी चपेट में वहीं इससे लगी एक इमारत आ गई तथा उसके ऊपरी मंजिल पर फैले सामान को भी नुकसान पहुंचा है। गौरतलब है कि घर संसार ए टू जेड सेल के अगल बगल में बहुमंजिला इमारतें , रिहायशी इलाका और मार्केट है अचानक आग की चिंगारी फूटी और कुछ ही देर में भीषण अग्निकांड के रूप में तब्दील हो गई।
शॉर्ट सर्किट से लगी आग , नुकसान को लेकर सही आंकलन नहीं-फायर अधिकारी
गोंदिया दमकल विभाग के प्रभारी अधिकारी लोकचंद भेंडारकर ने नागपुर टुडे को जानकारी देते बताया- फायर ब्रिगेड को सूचना सिटी थाना प्रभारी महेश बनसोडे ने 18 मार्च शुक्रवार की शाम 5:35 को दी जिसके तुरंत बाद गोंदिया नगर परिषद के दोनों फायर स्टेशन से 6 गाड़ियां आग को काबू करने हेतु रवाना हुई तथा चारों ओर से पानी का बौछार शुरू किया गया ।
हालात की गंभीरता को देख कर तिरोड़ा नगर परिषद , आमगांव , गोरेगांव , बालाघाट नगर परिषद और अडानी पावर प्लांट की फायर गाड़ियां भी मौके पर पहुंची। फायर ब्रिगेड की टीम ने 11 गाड़ियों के मदद से आग पर काबू पाया है करीब दमकल की 30 ट्रिप लगी और आग को रात 10:30 बजे शांत किया ।
आज शनिवार सुबह 6:30 बजे फिर से आग की चिंगारी दिखने पर एक फायर गाड़ी भेज कर आग पर काबू पाया गया।
भेंडारकर ने कहा- आग लगने के पीछे वजह फिलहाल शार्ट सर्किट ही माना जा रहा है, नुकसान को लेकर किसी तरह का सही आंकलन सामने नहीं आया है फिर भी कपड़े , प्लास्टिक आइटम , चप्पल जूते ,चूड़ी , आर्टिफिशियल ज्वेलरी , घरेलू वस्तुएं आदि तकरीबन 40 से 50 लाख की क्षति का अनुमान है।
सबसे अच्छी बात यह रही कि इस भयावह हादसे में किसी तरह की जनहानि नहीं हुई है। यह ए टू जेड सेल 10- 10 फीट पर लोहे के चेंबर देकर 2 फ्लोर पर बना है इसे फायर एनओसी है तथा फायर फाइटिंग के उपकरण भी लगे हैं।
पानी स्टोर करने की समुचित व्यवस्था नहीं , चांदनी चौक का कुआं बुझाने से हुई बड़ी परेशानी
फायर अधिकारी भेंडारकर ने कहा- सेल में काम करने वाले कर्मचारियों ऊपरी मंजिल पर रहते थे वे सभी लोग होली (धूली वंदन ) का त्यौहार मनाने गांव चले गए थे तथा शटर बाहर से बंद था इसी दौरान हादसा घटा।.
गोंदिया दमकल विभाग के पास पानी स्टोर करने की समुचित व्यवस्था नहीं है लिहाज़ा रेलवे सरकारी तालाब से पंप द्वारा पानी जुटाया गया साथ ही नए फायर स्टेशन (रिंग रोड ) और गणेश नगर फायर स्टेशन से भी पानी भरकर लाया गया और बड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया ।
चांदनी चौक का सरकारी कुआं अतिक्रमणकारियों द्वारा बुझा दिया गया है इसलिए पानी लाने में अधिक परेशानी हुई तब कहीं जाकर दमकल विभाग के तीनों शिफ्ट में काम करने वाले कर्मचारियों ने आग पर काबू पाया।
आग को काबू करने में शिफ्ट इंचार्ज माने , जाकिर बेग ,सी पटले सहित फायर कर्मचारी लोगचंद कावड़े , आमिर खान , सैय्यद ,रहांगडाले , गौतम , नागपुरे , मानकर , गौर , मोहनीश नागदेवे , विजयवार , आर यादव , ओ.यादव, सहारे , सोनवाने , वाढ़ई , मेश्राम , भगत , भूरे , भरने , शेख , अंबादे , देवधारी , शेंडे , ए ठाकरे आदि ने सहकार्य किया।
रवि आर्य