Published On : Thu, Jun 17th, 2021

गोंदिया: अंधश्रद्धा की मार , खेत से निकले काले पत्थर पर मचा बवाल

Advertisement

पूजा-पाठ बली के नाम पर ग्राम पंचायत ने 21000 का जुर्माना ठोंका, अदा न करने पर बहिष्कार   की दी धमकी

गोंदिया। जिले के आमगांव तहसील के ग्राम सितेपार में फिलहाल अंधश्रद्धा होती दिख रही है। जिसके कारण पीड़ित किसान को काफी तकलीफ सहनी पड़ रही है।
उस अल्पभूधारक किसान टिकाराम पारधी को ना सिर्फ अपने खेत में कृषि कार्य करने से वंचित किया जा रहा है बल्कि पंचायत द्वारा पूजा-पाठ बलि के नाम पर ठोंके गए 21000 हजार की गैरव्यवहारिक जुर्माना राशि का भुगतान 2 दिनों के भीतर न किए जाने के चलते उसे ग्राम से बहिष्कार करने का भी अफ़लातून फरमान सुनाया गया है जिसकी वजह से किसान और उसका परिवार सदमे में हैं ।

पीड़ित किसान ने अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति से न्याय की गुहार लगाई है लिहाजा अनिस ने गोंदिया जिलाधिकारी को पत्र लिखकर संबंधितों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई किए जाने की बात कही है।
इस सिलसिले में आमगांव पुलिस ने पीड़ित फरियादी किसान टिकाराम पारधी की रिपोर्ट स्वीकार करते हुए आरोपित सरपंच , पुलिस पाटिल , पुजारी सहित 9 लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत जुर्म दर्ज किया है ।

आखिर क्या है पुरा मामला…?

आमगांव तहसील के ग्राम सितेपार निवासी फिर्यादी टिकाराम प्रितम पारधी

(46) द्वारा बुधवार 16 जून को दर्ज करायी गई शिकायत में कहा गया है कि, वह मुलतः बालाघाट जिले के किरनापुर तहसील के ग्राम गण्णाटोला का निवासी है तथा विवाह पश्‍चात ही सन 1994 से सितेपार में घर जमाई बनकर रह रहा है तथा वर्तमान में वह अपने परिवार के साथ रहकर खेती करता है।

उसके पत्नी के नाम पर 2 एकड़ खेती है जिसमें एक भूखंड गट क्र. 479 में बंदी के बीचोंबीच भिवसन नामक देवता के पत्थर की गांव के लोग अनेक वर्षों से पूजा करते है।
घटना के दिन 9 जून के दोपहर 1 बजे गट क्रं. 479 स्थित बंदी के बीचोंबीच की जमीन उबड़-खाबड़ होने से उसे जेसीबी से समतल किया जा रहा था , जिसपर फिर्यादी ने बंदी के बीचोंबीच से भिवसन नामक देवता के काले रंग का पत्थर उठाकर धुरे पर रख दिया।

जिसके बाद आस पड़ोस के किसान आपत्ती दर्ज करने खेत में पहुंचे और फिर्यादी से तू जेसीबी का काम बंद कर, तूने हमारे देवता का अपमान किया है, तूने उक्त स्थान से हमारे देवता को उठाकर धुरे पर क्यों रख दिया? एैसा बोलते हुए गालीगलौच करने लगे। उस वक्त फिर्यादी के बेटे उमेंद्र ने बीचबचाव करते हुए लोगों को समझाकर देवता के पत्थर को पुनः उसी जगह पर रख दिया बावजूद इसके 5 आरोपी किसानों ने गांव में जाकर लोगों को फिर्यादी के खिलाफ भड़काया।

12 जून के सुबह 9 बजे फिर्यादी अपने घर पर मौजूद था इस दौरान मेश्राम नामक एक युवक ने फिर्यादी के घर के सामने आकर जोर-जोर से चिल्लाते हुए कहा- टिकाराम ने अपने खेत से भिवसन देवता का पत्थर उठाकर फेंका है, इसके लिए दोपहर 3 बजे मिटिंग बुलायी गई है, सभी गांववासी मिटिंग में उपस्थित रहें, एैसी ही सूचना गांव के पुलिस पाटिल ने भी दी।
दोपहर 3 बजे फिर्यादी मिटिंग में पहुंचा जहां गांव के लगभग 100 लोग मौजूद थे और वहां आरोपी पुरणलाल, उल्हासराव, योगेश, यादोराव, प्रताप सहित सरपंच , विमुस अध्यक्ष , व सुधीर नामक व्यक्ति ने कहा फिर्यादी टिकाराम ने हमारे भिवसन देवता को अपने स्थान से उठाकर धुरे पर रख दिया, यह बाहर से आया था, इसके बाप की जमीन है क्या, इसे ज्यादा मस्ती आ गई है क्या? एैसा बोलते हुए लोगों को भड़काया जिसपर फिर्यादी ने अपनी गलती कबूल करते हुए उपस्थित लोगों से माफी भी मांगी , तभी वहां मौजुद पुजारी टेकचंद ने 21 हजार रूपये का दंड फिर्यादी पर ठोंकते हुए उक्त रकम से बकरियों और सूअरों की बलि देकर पुजा की जाएगी और भगवान के लिए ओटा तैयार किया जाएगा , साथ ही तय मियाद 13 जून को जुर्माना नहीं भरने पर फिर्यादी को गांव से निकाल दिया जाएगा, इसके साथ कोई भी नहीं बोलेंगा, कोई व्यवहार नहीं करेगा और कोई रिश्ता नहीं रखेगा एैसी धमकी भी दी और इस निर्णय से आरोपी क्र. 1 से 8 सहमत भी हुए, जिसके बाद मिटिंग समाप्त हुई।

लेकिन 13 जून को पैसों की व्यवस्था न होने पर फिर्यादी ने दंड का भूगतान नहीं किया जिसके बाद 14 जून को किसी अज्ञात व्यक्ति ने फिर्यादी के खेत स्थित बंदी में भिसवन नामक देवता का पत्थर 6 फूट जमीन पर रख दिया है?

इस संबंध में अब फिर्यादी की ओर से आरोपी क्र. 1 से 9 के खिलाफ आमगांव थाने में शिकायत दर्ज करायी गई है। मामले की जांच में आमगांव पुलिस जुटी हैं।

– रवि आर्य