Published On : Mon, May 18th, 2020

गोंदिया: कहीं वर्दी से चिपककर कोरोना उनके घर तक न पहुंच जाए?

दो- दो शिफ्ट में ड्यूटी कर जवानों को सताती है सेहत की चिंता

गोंदिया। कोरोना संकट के बीच जनता की सुरक्षा में तैनात जवानों के सेहत की चिंता करना बेहद जरूरी है। दो-दो शिफ्ट में डियूटी करने के बाद पुलिस के जवान और अधिकारी इस चिंता से अपने घरों में लौटने में झिझक रहे है कि, उनकी वर्दी से चिपककर कोरोना वायरस उनके घर तक न पहुंच जाए ?

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जहां उन्हें अपने आप को पूरी तरह से महफूज रखना है, वहीं पाइंट डियुटी पर तैनाती की जिम्मेदारी भी संभालनी है। हालांकि कुछ जवानों ने कहा- वे खुद को जितना संभव होता है, सैनिटाइज करने के बाद ही घर में कदम रखते है।

जहां जवानों की तैनाती, वहां हो रही है स्वास्थ्य जांच
पुलिस जवानों की बढ़ती चिंता को ध्यान में रखते हुए जिला पुलिस प्रशासन ने कोविड-19. के खिलाफ अग्रिम पंक्ति में डटे जवानों के लिए जहां वे तैनात है, वहां उनके स्वास्थ्य जांच की व्यवस्था शुरू की है।

जिले के नक्सल प्रभावित देवरी क्षेत्र तथा उच्च जोखिम वाले नक्सल दूर परिक्षेत्र चौकियों पर डियूटी कर रहे सभी पुलिस कर्मचारियों को किसी भी संक्रमण से पूरी तरह सुरक्षित रखने के लिए उन्हें स्वास्थ्य जांच मुव्हैया कराने का फैसला जिला पुलिस अधीक्षक मंगेश शिंदे ने लेते हुए 10 डॉक्टरों की टीम को पुलिस विभाग की ओर से एक वाहन उपलब्ध कराया है।

जवानों की थर्मल स्क्रीनिंग, पल्स ऑक्सीमीटर से जांच, मुफ्त दवाईयां
गोंदिया होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर रोशन कानतोड़े ने जानकारी देते बताया कि, 16 मई से 20 मई तक प्रतिदिन सुबह 9 बजे से शाम 7 बजे तक स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया है।

अबतक देवरी, चिचगढ़, डुग्गीपार, सालेकसा, दर्रेकसा, आमगांव, गोरेगांव, देवरी बॉर्डर चेक पोस्ट, एसपी ऑफिस, शहर थाना, ग्रामीण थाना, रामनगर थाना, ट्रैफिक ऑफिस, यातायात पुलिस विभाग यहां हम अपनी सेवाएं प्रदान कर चुके है।

आज सोमवार को गंगाझरी, काचेवानी चौकी और तिरोड़ा पुलिस स्टेशन में हमारा शिविर हुआ तथा कल मंगलवार को नवेगांवबांध, केशोरी और अर्जुनी मोरगांव को कवर किया जाएगा।

जिला पुलिस अधीक्षक मंगेश शिंदे की ओर से हमें आने-जाने हेतु वाहन उपलब्ध कराया गया है। 10 डॉक्टरों की टीम सेवा में लगी हुई है, हम सभी पुलिस जवानों का थर्मल स्कैन कर रहे है, टेंपरेचर देख रहे है कहीं उसे फीवर तो नहीं? उनको पल्स ऑक्सीमीटर से चेक कर रहे है कि उनके फेफड़े बराबर काम कर रहे है कि नहीं? हार्ट बीट देख रहे है और उनको काउंसलिंग कर रहे है क्योंकि अभी की परिस्थिति से हर व्यक्ति डरा हुआ है तो हम उन्हें प्रॉपर काउंसलिंग कर रहे है, उसके साथ हम एक जर्मन कंपनी की दवा का एक सप्ताह का डोज उन्हें फ्री ऑफ कॉस्ट दे रहे है और 15 दिन के बाद फिर एक डोज फ्री दिया जाएगा। यह दवा हमारे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है और मेंटल स्ट्रैंथ भी देती है। हर व्यक्ति को हम अलग-अलग एग्जामिन कर रहे है, समझा रहे है और दवाईयां कैसे लेनी है इसकी पूरी जानकारी भी दे रहे है।

गोंदिया होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर डॉ. रोशन कानतोड़े, डॉ. हर्षा कानतोड़े, डॉ. निहाल कुंभलकर, डॉ. गुरप्रित कौर, डॉ. शिवानी विभूते, डॉ. साक्षी तिवारी, डॉ. रिचा कोडवानी, डॉ. रूचिता जगवानी, डॉ. आकांशा संगतानी यह अपनी सोशल रिस्पांसिबिलिटी समझकर अपनी सेवाएं दे रहे है लेकिन ना सरकार के तरफ से रिकग्निशन है , ना दवाईयां ही शासन उपलब्ध करा रहा है ? ना किसी की तरफ से कोई सरकारी मदद ही अबतक मिल पा रही है।

डॉक्टरों के मुताबिक दवाईयों का निःशुल्क वितरण हम कर रहे है, हां पुलिस विभाग का हमको पूरा कॉपोरेट मिल रहा है, वह हमें सम्मानजनक तरीके से नाश्ता, खाना, गाड़ी सभी उपलब्ध करा रहे है। डॉक्टरों की हौसला अफजाई के लिए पुलिस अधीक्षक मंगेश शिंदे, अप्पर पुलिस अधीक्षक अतुल कुलकर्णी, देवरी के उपविभागीय पुलिस अधिकारी प्रशांत ढोले तथा समस्त थानों के थानेदार का हमें भरपूर कॉर्पोरेट मिला है।

रवि आर्य

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