गोंदिया जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक ( जीडीसीसी ) के संचालक मंडल लिए रविवार 29 जून को मतदान हो संपन्न हुआ। वोटो की गिनती आज 30 जून सोमवार सुबह पॉलिटेक्निक कॉलेज ( फुलचुर ) में शुरू हुई। महायुति व महा विकास आघाड़ी के बीच जोर आजमाइश का दौर जारी है तथा सहकार पैनल और परिवर्तन पैनल इन दोनों के बीच कांटे की टक्कर बनी हुई है शुरुआती रिजल्ट सामने आए हैं जिसमें सहकार पैनल ( महायुती ) के 5 उम्मीदवार तथा परिवर्तन पैनल (महा विकास आघाडी ) के 5 उम्मीदवार विजयी घोषित हो चुके हैं ।
समाचार लिखे जाने तक घोषित परिणामों में पूर्व विधायक भेरसिंग नागपुरे ( आमगांव ) यह महायुती से विजयी हुए हैं । प्रमोद संगीडवार ( देवरी ) भी महायुती से विजयी हुए हैं। केतन तुरकर ( गोंदिया) ये भी महायुती उम्मीदवार के तौर पर विजय हुए हैं। विधायक विजय रहांगडाले ( तिरोड़ा ) यह भी महा युति की ओर से विजयी हुए हैं।
पूर्व विधायक व बैंक अध्यक्ष राजेंद्र जैन निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं। निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर पंकज यादव ने जीत दर्ज की है।
कांग्रेस, शरद एनसीपी और उबाठा समर्थित परिवर्तन पैनल से बंटी कटरे ( सालेकसा) , दुर्गाप्रसाद ठाकरे ( गोरेगांव ) , अरुण दुबे ( गोंदिया ) , गंगाधर परशुरामकर ( सड़क अर्जुनी ) विजयी हुए हैं जबकि प्रफुल्ल अग्रवाल यह निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं।
38 उम्मीदवारों के लिए 894 ने डाले थे वोट
बता दें कि 20 संचालकों के चुनाव के लिए दो निर्विरोध निर्वाचत होने के बाद 38 उम्मीदवार मैदान में थे जिनके भाग्य का फैसला 894 मतदाताओं ने बेल्ट पेपर के माध्यम से किया , मतदान का प्रतिशत 97% रहा ।
यह चुनाव सांसद प्रफुल्ल पटेल और पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले के लिए नाक की लड़ाई का सवाल बन चुका है और दोनों ने प्रचार किया , महायुति को जीत की दहलीज़ तक पहुंचाने के लिए पूर्व मंत्री और मौजूदा विधायक डॉ.परिणय फुके ने भी ताकत झोंक दी।
जो संचालक जीत कर आएंगें उन्हीं के वोटों से अगले अध्यक्ष का चुनाव किया जाएगा। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा 13 साल बाद गोंदिया डिस्ट्रिक्ट सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक पर किसका परचम लहराता है। फिलहाल समाचार लिखे जाने तक दोनों ओर से लड़ाई कांटे की बनी हुई है।
रवि आर्य