नागपुर: भंडारा-गोंदिया संसदीय सीट पर हुए उपचुनाव में सामने आयी लापरवाही का खामियाजा जिलाधिकारी अभिमन्यु काले को भुगतना पड़ा है। मंगलवार को उन्हें तत्काल प्रभाव से अपने पद से हटा दिय गया है। उनकी जगह नागपुर जिला परिषद् की मुख्य कार्यकारी अधिकारी कादम्बनी बालकवडे को जिलाधिकारी और चुनाव अधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया है। आदेश प्राप्त होने के साथ ही नवनियुक्त जिलाधिकारी ने मंगलवार दोपहर ही अपना पदभार संभाल लिया। सोमवार को हुए चुनाव में कई मतदान केंद्रों में ईवीएम और व्हीव्हीपैट मशीनों में ख़राबी आयी जिस वजह से कई मतदाताओं को मतदान करने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इन्ही मतदान केंद्रों के चुनाव अधिकारियों की रिपोर्ट के आधार पर चुनाव आयोग ने जिले के 49 मतदान केंद्रों में फिर से मतदान लेने का आदेश जारी किया है।
इस संबंध में राज्य चुनाव आयोग को मुख्य चुनाव आयुक्त कार्यालय नई दिल्ली से आदेश भेजा गया है जिसके मुताबिक कल यानि बुधवार को फिर से मतदान प्रक्रिया ली जायेगी। भंडारा, गोंदिया, अर्जुनी मोरगाँव, तिरोड़ा और गोंदिया के चुनिंदा मतदान केंद्रों में मतदान प्रक्रिया ली जाएगी। सभी स्थानों पर मतदान का समय सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे के दरमियान होगा जबकि नक्सलग्रस्त अर्जुनी मोरगाँव में प्रक्रिया सुबह 7 बजे से 3 बजे तक होगी।
उपचुनाव के दौरान हो सामने आयी गड़बड़ी को लेकर विपक्ष ने राज्य सरकार ख़ास तौर से बीजेपी पर निशाना साधा था। प्रफुल्ल पटेल ने गुजरात से मशीनें लाकर नागपुर में चुनाव करवाने पर संशय व्यक्त किया था। विपक्ष के शक को सामने आयी गड़बड़ियों ने बल दिया जिसके बाद चुनाव आयोग में शिकायत भी की गई। चुनाव प्रक्रिया के दौरान चुनाव अधिकारी के रूप में अभिमन्यु काले की भूमिका संदेह के घेरे में भी रही।